Narco-terror Nexus Case: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (National Investigation Agency) (एनआईए) ने 7 जुलाई (रविवार) को जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के एक नार्को-टेरर नेक्सस मामले (Narco-terror Nexus Case) में एक प्रमुख फरार आरोपी को गिरफ्तार (key absconding accused arrested) किया, जिसकी गिरफ्तारी पर इनाम घोषित था। यह मामला पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) (एलईटी) और हिजबुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) (एचएम) से जुड़ा है।
एनआईए की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले का निवासी सैयद सलीम जहांगीर अंद्राबी उर्फ सलीम अंद्राबी जून 2020 से फरार था और उसके खिलाफ आरसी-03/2020/एनआईए/जेएमयू मामले में एनडीपीएस अधिनियम, आईपीसी और यूए(पी) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप पत्र दाखिल किया गया था। उसकी गिरफ्तारी नार्को-टेरर नेक्सस को नष्ट करने और सीमा पार स्थित आतंकवादी संगठनों द्वारा भारत में बनाए गए पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म करने के एनआईए के प्रयासों में एक बड़ी सफलता है।
The National Investigation Agency (NIA) on Sunday arrested a key absconding accused, carrying a reward for his arrest, in a narco-terror nexus case of Jammu & Kashmir, linked with Pakistan-based terrorist outfits, Lashkar-e-Taiba (LeT) and Hizbul Mujahideen (HM): NIA
— ANI (@ANI) July 7, 2024
गहरी साजिश का हिस्सा
एनआईए ने 26 जून 2020 को स्थानीय पुलिस से मामले की जांच अपने हाथ में ली थी। जांच के दौरान पता चला कि सलीम अंदरबी जम्मू-कश्मीर और भारत के अन्य हिस्सों में मादक पदार्थों की खरीद-फरोख्त और धन जुटाने की गहरी साजिश का हिस्सा था। इसने यह भी कहा कि यह साजिश पाकिस्तान में सीमा पार स्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के गुर्गों के साथ मिलकर ड्रग तस्करों द्वारा रची गई थी। एनआईए की जांच में पता चला है कि मादक पदार्थों के रैकेट से जुटाए गए फंड को ओवर ग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यूएस) के नेटवर्क के जरिए आतंकवादी हिंसा को बढ़ावा देने के लिए जम्मू-कश्मीर में भेजा जाता था।
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अब्दुल मोमिन पीर की गिरफ्तारी
यह मामला मूल रूप से हंदवाड़ा पुलिस स्टेशन में अब्दुल मोमिन पीर नामक व्यक्ति की गिरफ्तारी के बाद दर्ज किया गया था, जब पुलिस ने उसकी हुंडई क्रेटा गाड़ी को रोका था और 20,01,000 रुपये नकद और 2 किलोग्राम हेरोइन जब्त की थी। बयान में कहा गया है कि पूछताछ करने पर अब्दुल मोमिन पीर ने पुलिस को 15 किलोग्राम हेरोइन और 1.15 करोड़ रुपये नकद बरामद करने में मदद की थी। इसमें आगे कहा गया है कि एनआईए ने अब तक इस मामले में दिसंबर 2020 और फरवरी 2023 के बीच दायर विभिन्न चार्जशीट के जरिए कुल 15 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें जांच जारी है।
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