Islamic State: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और पार्टी की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने 8 जुलाई को एक बड़ा आरोप लगाया है। 8 जुलाई को उन्होंने कहा है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अलिया विश्वविद्यालय के माध्यम से बंगाल को इस्लामी राज्य बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रही हैं।
सोशल मीडिया पर साझा की तस्वीर
मालवीय ने विश्वविद्यालय की ओर से जारी निर्देशिका की दो तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा कि अलिया विश्वविद्यालय ने हाल ही में तकनीकी सहायक पद के लिए ‘इस्लामी संस्कृति’ की जानकारी रखने वालों का आवेदन मांगा है, जो कि भारतीय संविधान के विपरीत है।
Jammu and Kashmir: कठुआ में सेना के वाहन पर आतंकी हमले के बाद मुठभेड़ जारी, दो जवान घायल
हिंदू समाज के आरक्षण को किया गया खत्म
मालवीय ने कहा है कि इस विश्वविद्यालय में अनुसूचित जाति/जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण के नियमों को भी ताक पर रख दिया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और जामिया मिल्लिया इस्लामिया से अनुसूचित जाति/जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण हटा दिया था। बंगाल में भी वही हो रहा है। मालवीय ने कहा कि अब सभी ‘अल्पसंख्यक’ संस्थाओं से अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए संविधान से निर्धारित आरक्षण खत्म हो गई है।
Mamata Banerjee is taking down West Bengal on the path of being an Islamic state, with Sharia as the unwritten rule, setting aside the Indian Constitution.
Aliah University, established as an autonomous university under the Department of Minority Affairs and Madrasah Education,… pic.twitter.com/UUlaya2kAv
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 8, 2024
अपराधियों को बचाने का आरोप
भाजपा नेता और पार्टी की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर और भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि ममता बनर्जी बलात्कार, यौन उत्पीड़न और सार्वजनिक पिटाई जैसे मामलों में पीड़ितों का इस्तेमाल करके अपराधियों को बचा रही हैं और राजनीतिक विरोधियों को निशाना बना रही हैं। मालवीय ने सोमवार को ट्वीट करते हुए कहा कि शेख शाहजहां और ताजेमुल इस्लाम (उर्फ जेसीबी) जैसे अपराधियों को बचाने के लिए ममता बनर्जी ने पीड़ितों का इस्तेमाल किया है। उन्होंने हाल ही में मेहरुन नेशा के मामले का उल्लेख किया, जिनकी सार्वजनिक रूप से पिटाई की गई थी। स्थानीय तृणमूल कांग्रेस विधायक ने इस कृत्य का बचाव किया था।
राजनीतिक विरोधियों को निशाना
मालवीय ने आगे कहा कि अब मेहरुन नेशा ने माकपा नेता मोहम्मद सलीम और उनके खिलाफ एक शिकायत दर्ज की है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि वीडियो के वायरल होने के लिए वे जिम्मेदार हैं। मालवीय का कहना है कि यह शिकायत मेहरुन नेशा ने अपने आप दर्ज नहीं की होगी, क्योंकि वह तथ्यों से अनजान हैं। उन्हें यह शिकायत इसलिए दर्ज करानी पड़ी क्योंकि उन्हें तृणमूल के दबदबे वाले चोपड़ा में रहना है और ममता बनर्जी की प्राथमिकता मेहरुन नेशा के लिए न्याय नहीं बल्कि राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाना है।
मालवीय ने कहा कि यह वीडियो पहले से ही बंगाल मीडिया में था और कई उपयोगकर्ताओं ने इसे दिल्ली पहुंचने से पहले ही साझा किया था। उन्होंने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि वह राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाकर सफल नहीं होंगी।
Join Our WhatsApp Community