Kathua: बीते दिन कठुआ की पहाड़ी तहसील बिलावर के बदनोता में हुए आंतकी हमले में हुतात्मा हुए पांच जवानों के बाद 9 जुलाई को एनआईए की टीम ने घटनास्थल का दौरा किया।
स्थानीय लोगों पर शक
सूत्रों की माने तो एनआईए की टीम ने घटनास्थल के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र में गहन जांच शुरू कर दी है। दरअसल जिला कठुआ आंतकवाद गतिविधियों से काफी दूर रहा है लेकिन बीते दो महीने में जिले कठुआ के पहाड़ी इलाकों में आंतकी गतिविधियों में काफी इजाफा हुआ है। आंतकवादी अब कश्मीर छोड़ जम्मू संभाग की पहाड़ियों पर डेरा जमा रहे हैं। वहीं एनआईए की टीम के साथ-साथ अन्य सुरक्षाबल पूरे क्षेत्र में तलाशी अभियान चला रहे हैं। वहीं कयास लगाया जा रहा है कि बिना स्थानीय मददगारों के आंतकवादी इस तरह की बड़ी वारदात को अंजाम नहीं दे सकते।आतंकवादी पहले से ही छुपकर बैठे हुए थे और कुछ ही मिनटों में ग्रेनेड फेंककर गोलाबारी करना और उसके बाद देखते-देखते वहां से गायब हो जाना।
मौका देखकर फरार हो गए आतंकी
हालांकि भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की थी लेकिन आतंकवादी मौका देखते ही वहां से फरार हो गए। भारतीय सेना हवाई जहाज से भी नजर बना रखे हैं लेकिन अभी तक आंतकवादियों का कुछ भी पता नहीं चला है। सुरक्षा एजेंसी को संयुक्त रूप से नए तौर तरीके अपनाकर रूपरेखा तैयार करनी होगी क्योंकि आतंकवादी भी काफी हाईटेक हो चुके हैं। उनके पास काफी हाईटेक हथियार हैं और कहीं ना कहीं स्थानीय मददगार भी इनका पूरा समर्थन दे रहे हैं जिसकी वजह से बड़ी-बड़ी वारदातों को अंजाम देने के बाद कुछ ही मिनट में लुप्त हो जाते हैं। फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां नजर बना रखे हैं, एनआईए की टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। सर्वे शुरू हो चुका है ।बहुत जल्द हमारे पांच जवानों का बदला लिया जाएगा।