यूपी: महिला के उग्र विरोध पर बरसे कांग्रेसी हाथ

टाउन हाल के कांग्रेस पार्टी कार्यालय पर उस समय हंगामा मच गया, जब एक महिला कार्यकर्ता ने पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व पूर्वांचल सह प्रभारी सचिन नायक के सामने ही उपचुनाव प्रत्याशी को रेप का आरोपी बताते हुए टिकट देने का विरोध किया। आरोप है कि महिला कार्यकर्ता ने राष्ट्रीय सचिव के ऊपर गुलदस्ता फेंक दिया, जिसके बाद वहां मौजूद पुरुष कार्यकर्ताओं ने महिला को जमकर पीटा।

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उत्तर प्रदेश में कांग्रेस भले ही अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है लेकिन चुनाव के टिकट को लेकर अभी भी जलवा बरकरार है। यहां देवरिया में उप-चुनाव होना है जिसके लिए कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। लेकिन उसका ऐसा विरोध एक महिला ने किया कि मंच पर मौजूद कांग्रेसी नेताओं ने महिलाओं पर दनादन हाथ बरसा दिया।

टाउन हाल के कांग्रेस पार्टी कार्यालय पर उस समय हंगामा मच गया, जब एक महिला कार्यकर्ता ने पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व पूर्वांचल सह प्रभारी सचिन नायक के सामने ही उपचुनाव प्रत्याशी को रेप का आरोपी बताते हुए टिकट देने का विरोध किया। आरोप है कि महिला कार्यकर्ता ने राष्ट्रीय सचिव के ऊपर गुलदस्ता फेंक दिया, जिसके बाद वहां मौजूद पुरुष कार्यकर्ताओं ने महिला को जमकर पीटा। हालांकि इस दौरान कुछ कार्यकर्ता उन्हें रोकने की भी कोशिश करते रहे। महिला कार्यकर्ता के साथ आई तीन अन्य महिलाओं को भी जमकर पीटा गया। मिली जानकारी के अनुसार वे भी पार्टी कार्यकर्ता थीं।

प्रत्याशी पर है बलात्कार का आरोप
देवरिया विधानसभा सीट से कांग्रेस ने मुकुंद भास्कर मणि त्रिपाठी को उम्मीदवार घोषित किया है, जिसको लेकर शनिवार को पार्टी कार्यालय पर बैठक चल रही थी। इस दौरान एक महिला कार्यकर्ता पहुंची और सम्मानित करने के बहाने गुलदस्ता राष्ट्रीय सचिव सचिन नायक के ऊपर फेंक दिया। महिला नेता ने आरोप लगाया कि प्रत्याशी पर रेप का आरोप है। हम चाहते हैं कि साफ सुथरे छवि के लोगों को टिकट दिया जाए। बता दें कि, यहां से बीजेपी के जनमेजय सिंह विधायक थे। लेकिन उनकी असमायिक मौत के बाद यह सीट खाली हो गई थी। अब इस सीट पर 3 नवंबर उप-चुनाव होना है। प्रदेश में सात सीटों पर उप-चुनाव होना है।

पहले भी हो चुकी है महिलाओं से अभद्रता
* अप्रैल 2019 में कांग्रेस की तत्कालीन प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी भी कार्यकर्ताओं की अभद्रता की शिकार हो चुकी हैं। मथुरा में राफेल के मुद्दे पर प्रेस वार्ता के पहले वहां के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने प्रियंका के खिलाफ अभद्र टिप्पणियां की थी। जिसके बाद सभी को पार्टी से निकाला गया लेकिन बाद में माफी दे दी गई जिससे क्षोभित प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट करते हुए लिखा- ‘यह बहुत दु:खद है कि कांग्रेस में कुछ खराब आचरण वाले लोगों को तरजीह दी जा रही है, बजाय उनके जिन्होंने पार्टी के लिए अपना खून-पसीना बहाया है। मैंने पार्टी के लिए लोगों की गालियां और पत्थर झेले, लेकिन ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि पार्टी के अंदर ही मेरे साथ बदतमीजी करने वालों को, मुझे धमकाने वालों को बिना किसी कार्रवाई के छोड़ा जा रहा है।’ इसके बाद प्रियंका चतुर्वेदी ने शिवसेना का दामन थाम लिया था।

* जनवरी 2019 में कर्नाटक के मैसूर में कांग्रेस के पूर्व सीएम सिद्धारमैय्या ने महिला पदाधिकारी से नोंकझोंक के बाद हाथ से माइक छीना।

* 13 जुलाई 2018 में कांग्रेस की महिला कार्यकर्ता ने हरियाणा के गुहला चीका से पूर्व विधायक फूलसिंह खेड़ी पर आरोप लगाया कि पूर्व विधायक ने उसके घर में घुसकर बदतमीजी की

* 8 जुलाई 2020 को लखनऊ में एक महिला पदाधिकारी ने कांग्रेस नेता ललन कुमार पर अभद्रता करने का आरोप लगाया था। महिला पदाधिकारी ने इस पर पुलिस थाने में मामला भी दर्ज करवाया और प्रियंका गांधी से भी इसकी शिकायत की थी।

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