Terror Activities in J-K: पाकिस्तानी आतंकवादी समूह हमलों के लिए शैडो संगठनों का क्यों कर रहे हैं इस्तेमाल?

जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) का एक छाया समूह 'कश्मीर टाइगर्स' ने डोडा और कठुआ में हुए हमलों की जिम्मेदारी ली है, जिसमें 10 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे।

110

Terror Activities in J-K: पिछले डेढ़ महीने में जम्मू-कश्मीर (JAMMU AND KASHMIR) में हुए आतंकी हमलों (TERROR ATTACK) ने इस क्षेत्र में आतंकवाद के बढ़ने और पाकिस्तान द्वारा अपने गुर्गों – छाया संगठनों – का इस्तेमाल खून-खराबे के लिए करने की ओर फिर से ध्यान खींचा है। ये संगठन घाटी और आस-पास के इलाकों में हमलों की जिम्मेदारी लेते हैं।

जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) का एक छाया समूह ‘कश्मीर टाइगर्स’ ने डोडा और कठुआ में हुए हमलों की जिम्मेदारी ली है, जिसमें 10 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे। इस सप्ताह की शुरुआत में डोडा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक अधिकारी सहित पांच सैन्यकर्मी मारे गए। कश्मीर टाइगर्स ने सेना के खिलाफ ऐसे और हमलों की चेतावनी दी है।

यह भी पढ़ें- Delhi: दिल्ली क्राइम ब्रांच ने किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट का किया भंडाफोड़, कई राज्यों में फैला था नेटवर्क

घुसपैठ के लिए आतंकवाद
हाल ही में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से कुछ तस्वीरें सामने आईं, जहां पाकिस्तानी सेना सीमा पर घुसपैठ के लिए आतंकवादियों को प्रशिक्षण देती नजर आई। सामने आई इन तस्वीरों ने एक बार फिर पाकिस्तान के चेहरे और जम्मू-कश्मीर में बढ़ते आतंकवाद के पीछे उसकी भूमिका को उजागर किया है, जहां हाल ही में लोकसभा चुनाव में शांतिपूर्ण और ऐतिहासिक मतदान प्रतिशत देखने को मिला था।

यह भी पढ़ें- Adani Wilmar Share Price: अडानी विल्मर संयुक्त उद्यम में 670 मिलियन डॉलर की हिस्सेदारी बेचने पर कर रहे हैं विचार

पाकिस्तान की भूमिका से इनकार नहीं
पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठनों के छद्म संगठनों द्वारा विभिन्न हमलों की जिम्मेदारी लेने के पीछे मुख्य उद्देश्य भारत में जांच को गुमराह करना और आतंकी हमलों को स्थानीय रंग देने का प्रयास करना है। ‘कश्मीर टाइगर्स’ नाम से पता चलता है कि हमले करने वाले स्थानीय कश्मीरी हैं, हालांकि, पीओके से सामने आई तस्वीरों से पता चलता है कि आतंकी हमलों में पाकिस्तान की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता है।

यह भी पढ़ें- Microsoft Outage: हैदराबाद हवाई अड्डे पर सेवाएं प्रभावित, यात्रियों को मिल रहा है हाथ से लिखे बोर्डिंग

आतंकी हमलों में कश्मीर टाइगर्स की भूमिका
इस संगठन का नाम पहली बार 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद सामने आया था। तब से इस आतंकी संगठन ने विभिन्न आतंकी हमलों की जिम्मेदारी ली है। 12 जून को उन्होंने डोडा में सेना के अस्थायी संचालन अड्डे पर हमला किया और सेना के पांच जवानों को घायल कर दिया। यह लक्षित हमला चत्तरगला इलाके में भारतीय सेना के अड्डे पर पुलिस और राष्ट्रीय राइफल्स की संयुक्त चौकी पर हुआ।

यह भी पढ़ें- Microsoft Outage: वैश्विक आउटेज पर जानें आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने क्या कहा?

पहाड़ी इलाके में गश्त
कश्मीर टाइगर्स ने 9 जुलाई को कठुआ में एक और हमला किया जिसमें उन्होंने सेना के ट्रक को निशाना बनाया जिसमें कार्रवाई में सेना के पांच जवान मारे गए। सेना के सूत्रों के अनुसार, कठुआ से करीब 123 किलोमीटर दूर लोहाई मल्हार ब्लॉक के माचेडी इलाके के बदनोटा में सुरक्षा बल दोपहर साढ़े तीन बजे दो ट्रकों में सवार होकर पहाड़ी इलाके में गश्त के लिए निकले थे। सड़क कच्ची थी, वाहन की गति भी धीमी थी। एक तरफ ऊंची पहाड़ी थी तो दूसरी तरफ खाई। इस दौरान आतंकियों ने पहले ट्रक पर ग्रेनेड फेंके और फिर स्नाइपर गन से अंधाधुंध फायरिंग की।

यह वीडियो भी देखें-

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.