India-Bangladesh: बांग्लादेश में आरक्षण के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन, 245 भारतीय स्वदेश लौटे

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए बताया कि बांग्लादेश में रह रहे 8,500 छात्रों सहित 15,000 भारतीय सुरक्षित हैं।

120

बांग्लादेश (Bangladesh) में छात्रों (Students) के जारी हिंसक (Violent) विरोध-प्रदर्शन (Protests) के बीच वहां रहने वाले 15,000 भारतीयों (Indian) की सुरक्षा (Security) को लेकर सरकार हालात पर नजर बनाए हुए है। बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन और अराजकता के बीच शुक्रवार रात को 245 भारतीय स्वदेश लौट आए हैं। बांग्लादेश में आरक्षण प्रणाली में सुधार की मांग को लेकर छात्रों के विरोध प्रदर्शन के दौरान राजधानी ढाका तथा अन्य जगहों पर हिंसा भड़क गई है। इसमें करीब 30 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है और कोई अन्य घायल हुए हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए बताया कि बांग्लादेश में रह रहे 8,500 छात्रों सहित 15,000 भारतीय सुरक्षित हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग वहां रह रहे भारतीय छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है।

यह भी पढ़ें- Women’s Asia Cup 2024: भारत ने पाकिस्तान को 7 विकेट से हराकर की शुरुआत, इन खिलाड़ियों ने किया शानदार प्रदर्शन

उन्होंने बताया कि बांग्लादेश से शुक्रवार रात आठ बजे तक 245 भारतीय सुरक्षित भारत लौट आए, जिसमें से 125 छात्र हैं। सूत्रों ने बताया कि भारतीय उच्चायोग ने नेपाल के 13 छात्रों की सुरक्षित वापस के लिए भी मदद की। जायसवाल ने कहा, ”जैसा कि आप जानते हैं कि बांग्लादेश में छात्रों का प्रदर्शन जारी हैं। हम इसे उनका आंतरिक मामला मानते हैं।”

उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर खुद वहां रह रहे भारतीयों की सुरक्षा के संदर्भ में मामले पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।

सूत्रों ने बताया कि भारत-बांग्लादेश सीमा -बेनापोल-पेट्रापोले; गेदे-दर्शना और अखौरा-अगरतला सीमा भारतीय नागरिकों के सुरक्षित स्वदेश वापसी के लिए खुली रहेंगी।

जायसवाल ने कहा, ”हमने बांग्लादेश में रहने वाले अपने छात्रों सहित भारतीय नागरिकों के लिए उनकी सुरक्षा और आवश्यकता पड़ने पर सहायता के लिए एक परामर्श जारी किया है।”

देखें यह वीडियो- 

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.