संसद (Parliament) का मानसून सत्र (Monsoon Session) सोमवार (22 जुलाई) से शुरू हो गया है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) मंगलवार (23 जुलाई) को देश का बजट (Budget) पेश करेंगी और आज वित्त मंत्री ने मोदी सरकार की वित्तीय ऑडिट (Financial Audit) रिपोर्ट पेश की। आज के सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने देशवासियों को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने देश को मजबूत बजट देने का वादा किया और कहा कि देश तेज गति से आगे बढ़ रहा है।
संसद के मानसून सत्र में एक बार फिर लोकसभा में नीट पेपर लीक (NEET Paper Leak) का मुद्दा उठा है। पेपर लीक के मुद्दे पर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Education Minister Dharmendra Pradhan) जवाब दे रहे हैं। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने संसद में कहा कि पिछले सात सालों में पेपर लीक का कोई सबूत नहीं मिला है, लेकिन कुछ घटनाएं हुई हैं। मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है।
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पेपर लीक मामले में सरकार ने बनाया रिकॉर्ड
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि सरकार ने पेपर लीक का रिकॉर्ड बना दिया है। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी (MP Rahul Gandhi) ने कहा कि देश देख सकता है कि परीक्षा प्रणाली में कई खामियां हैं। शिक्षा मंत्री ने सबकी कमियां गिनाईं, लेकिन अपनी कमियां नहीं गिनाईं। मेरा शिक्षा मंत्री से सवाल है कि इस मुद्दे को सुलझाने के लिए आप क्या कर रहे हैं?
राहुल गांधी ने कहा, “मुद्दा यह है कि देश में लाखों छात्र हैं जो इस बात से बेहद चिंतित हैं कि क्या हो रहा है और उनका मानना है कि भारतीय परीक्षा प्रणाली एक धोखा है। लाखों लोग मानते हैं कि अगर आप अमीर हैं और आपके पास पैसा है तो आप भारतीय परीक्षा प्रणाली खरीद सकते हैं और यही भावना विपक्ष की भी है।”
धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी के सवाल का दिया करारा जवाब
राहुल गांधी के सवाल पर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी के सवाल पर कहा कि 2010 में जब रिमोट से सरकार चलाने वाले लोग शिक्षा सुधार के लिए बिल लेकर आए थे, तो वे कानून नहीं बना पाए थे।
पिछले 7 सालों में पेपर लीक का कोई सबूत नहीं मिला: धर्मेंद्र प्रधान
लोकसभा में विपक्षी सांसदों द्वारा परीक्षा का मुद्दा उठाए जाने पर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “पिछले 7 सालों में पेपर लीक का कोई सबूत नहीं मिला है। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ कह सकता हूं कि एनटीए के बाद 240 से ज्यादा परीक्षाएं सफलतापूर्वक आयोजित की गई हैं।”
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