Virar Railway Station : विरार का पुराना नाम क्या है ?

विरार, महाराष्ट्र (Maharashtra) राज्य के पालघर (Palghar) जिले में स्थित एक प्रमुख शहर है। इसका पुराना नाम 'वीराराजपुर' था।

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Virar Railway Station: 
वीरार रेलवे स्टेशन भारत के महाराष्ट्र राज्य में स्थित है। यह मुंबई (Mumbai) महानगर क्षेत्र के उत्तरी हिस्से में स्थित है और मुंबई उपनगरीय रेलवे नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। वीरार रेलवे स्टेशन पश्चिम रेलवे के वेस्टर्न लाइन पर स्थित है और यह उपनगरीय रेल सेवाओं के लिए एक प्रमुख टर्मिनस है। (Virar Railway Station)
विरार, महाराष्ट्र (Maharashtra) राज्य के पालघर (Palghar) जिले में स्थित एक प्रमुख शहर है। इसका पुराना नाम ‘वीराराजपुर’ था। वीराराजपुर नाम का उल्लेख प्राचीन काल से मिलता है और इस स्थान का ऐतिहासिक महत्व है।
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Virar Railway Station
विरार का प्राचीन इतिहास :
वीरार का नाम ‘वीर’ और ‘राज’ से मिलकर बना है, जो वीरता और शासन का संकेत देता है। प्राचीन काल में यह क्षेत्र राजा वीर विक्रमादित्य (Vikramaditya) के शासनकाल के दौरान वीराराजपुर के नाम से जाना जाता था। राजा वीर विक्रमादित्य की वीरता और उनके शासनकाल के दौरान इस क्षेत्र का विशेष महत्व था, और इसका नामकरण उनके सम्मान में किया गया था।
धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व :
वीरार का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी बहुत अधिक है। यहां कई प्राचीन मंदिर और धार्मिक स्थल हैं जो इस क्षेत्र की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाते हैं। प्रमुख धार्मिक स्थलों में जिवदानी माता का मंदिर शामिल है, जो एक पहाड़ी पर स्थित है और एक प्रमुख तीर्थस्थल है। इसके अलावा, यहां वर्तकपाड़ा में स्थित संतों का समाधि स्थल भी प्रसिद्ध है।
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भौगोलिक महत्व :
वीरार का भौगोलिक महत्व भी कम नहीं है। यह मुंबई महानगर क्षेत्र के उत्तरी भाग में स्थित है और यहां से मुंबई के विभिन्न हिस्सों में आसानी से पहुंचा जा सकता है। वीरार रेलवे स्टेशन मुंबई उपनगरीय रेलवे नेटवर्क का एक प्रमुख स्टेशन है, जो इसे एक महत्वपूर्ण परिवहन हब बनाता है। (Virar Railway Station)
आधुनिक वीरार : 
आज का वीरार एक आधुनिक और विकसित शहर है, जो तेजी से विकास कर रहा है। यहां कई रिहायशी और व्यावसायिक परियोजनाएं चल रही हैं, जिससे यह क्षेत्र एक प्रमुख आवासीय और व्यावसायिक केंद्र बन गया है। वीरार की जनसंख्या भी तेजी से बढ़ रही है, और यह शहर एक महत्वपूर्ण शहरी केंद्र के रूप में उभर रहा है।
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वीरार का पुराना नाम वीराराजपुर था, जो इसकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाता है। प्राचीन काल में इस क्षेत्र का महत्व राजा वीर विक्रमादित्य के शासनकाल में बढ़ गया था, और इसका नामकरण उनके सम्मान में किया गया था। आज का वीरार एक आधुनिक और विकसित शहर है, जो अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को बनाए रखते हुए तेजी से प्रगति कर रहा है। वीरार की धार्मिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक महत्व के कारण यह क्षेत्र महाराष्ट्र के प्रमुख शहरों में से एक है। (Virar Railway Station)
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