Crypto currency fraud: मप्र पुलिस को मिली बड़ी सफलता, जापान और सिंगापुर बेस्ड कंपनियों से ‘इतनी’ रकम सीज करने में कामयाब

शिकायत पर थाना औद्योगिक क्षेत्र जावरा में आरोपियों पर प्रकरण दर्ज किया गया। इसी तरह अशरफ अली ने गोविंद सिंह व संदीप टांक के विरुद्ध थाना स्टेशन रोड में लगभग 26 लाख 51 हजार रुपये की ठगी की शिकायत की।

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Crypto currency fraud: मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा राज्य में अपराधियों पर नियंत्रण के लिए निरंतर सख्त कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में रतलाम पुलिस ने क्रिप्टो करेंसी के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, जापान और सिंगापुर बेस्ड कंपनियों के खाते फ्रीज कर लगभग 44 लाख रुपये सीज कर भारत वापस लाए गए हैं। इस मामले में दो मुख्य आरोपितों की पुलिस को तलाश है। आरोपितों ने रतलाम के अलावा मंदसौर, नीमच, धार और राजस्थान में भी लोगों को 30 प्रतिशत मासिक रिर्टन का लालच देकर करोड़ों रुपये की ठगी की थी।

26 लाख 51 हजार रुपये की ठगी की शिकायत
उल्लेखनीय है कि 24 अगस्त 2023 को सलीम पिता काले खां ने रतलाम पुलिस को शिकायत कर बताया कि मोहम्मद पिता फेज उर्फ निक्कू, आजम खान हुजेफा जम्माली, आलोक पाल, वाजिद एवं वसीम द्वाराएमटीएफई कंपनी के माध्यम से क्रिप्टो करेंसी में निवेश पर 30 प्रतिशत मासिक रिर्टन देने का झांसा देकर 20 लाख 76 रुपये की ठगी की। शिकायत पर थाना औद्योगिक क्षेत्र जावरा में आरोपियों पर प्रकरण दर्ज किया गया। इसी तरह अशरफ अली ने गोविंद सिंह व संदीप टांक के विरुद्ध थाना स्टेशन रोड में लगभग 26 लाख 51 हजार रुपये की ठगी की शिकायत की। आरोपितों की आसानी से पैसे कमाने वाली इस पोंजी स्कीम पर लोगों ने विश्वास किया एवं कुछ समय बाद एमटीएफई कम्पनी द्वारा इस स्कीम से ठगी कर कम्पनी बंद कर दी गई और लोगों की लाखों रुपये की जमा पूंजी डूब गई।

266 पीड़ितों से लगभग 1 करोड़ 43 लाख रुपए की ठगी का मामला
मामले की गंभीरता को देखते हुए रतलाम पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढ़ा द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा को टीम गठित कर मामले की जांच के निर्देश दिए। नगर पुलिस अधीक्षक जावरा दुर्गेश आर्मो एवं नगर पुलिस अधीक्षक रतलाम अभिनव कुमार बारंगे के निर्देशन में थाना औद्योगिक क्षेत्र जावरा, थाना स्टेशन रोड रतलाम एवं सायबर सेल की संयुक्त टीम गठित की गई। पुलिस टीम द्वारा आमजन को दिए गए एमटीएफई के क्यूआर कोड/टीआरसी-20 के एड्रेस को एकत्रित किया गया। इसमें लगभग 266 पीड़ितों से लगभग 1 करोड़ 43 लाख रुपए की ठगी का मामला रतलाम जिले में प्रकाश में आया।

एमटीएफई कम्पनी द्वारा की गई धोखाधड़ी का पर्दाफाश
टीम द्वारा एमटीएफई कम्पनी द्वारा की गई धोखाधड़ी का पर्दाफाश किया गया। इन दोनों प्रकरणों में एमटीएफई के सी.ई.ओ. हुजेफा जमाली एवं गोविन्द सिंह चंद्रावत सहित 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया। एमटीएफई फ्रॉड में संलिप्त कलिन कम्पनी के डायरेक्टर योगानंदा बमोरे से पूछताछ कर Binance, Huobi, TRC20 आदि क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफार्म के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की गई। पुलिस ने विभिन्न माध्यम/ओपन सोर्स से जानकारी प्राप्त कर लगभग 10 लाख 48 हजार टीआरसी 20 के एड्रेस प्राप्त किए। इसमें एमटीएफई के क्यूआर कोड द्वारा बड़ी मात्रा में रुपयों का लेन-देन अलग-अलग देशों से किया गया। इसका एनालिसिस करने पर एमटीएफई द्वारा भारत सहित श्रीलंका, बांग्लादेश, पाकिस्तान एवं नाइजीरिया में भी इस प्रकार की धोखाधड़ी करना पाया गया।

टीआरसी 20 से करेंसी को कनवर्ट करने के लिए लगभग 56 Counterparty Exchange का उपयोग किया गया। इनमें मुख्य रूप से Binance, KuCoin, OKX, Huobi, Bybit, USDt~Token, MEX, Sun Crypto आदि एक्सचेंज हैं। Binance से सम्पर्क कर जानकारी प्राप्त की गई एवं एनालिसिस कर मुख्य खाता UId~301254931 चिन्हित किया गया। इसमें भारत से ठगी की गई राशि का लगभग 40 करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ है। उपरोक्त Binance का अकांउट, प्रकरण के मुख्य आरोपित एनाकु पेमे के नाम से रजिस्टर्ड है। Binance के खाते को भारत के अतिरिक्त सिंगापुर, मलेशिया से अलग-अलग डिवाइस पर रजिस्टर्ड कर खाते का उपयोग किया गया।

उपरोक्त Binance के खाते में भारत के साथ ही मलेशिया के मोबाइल नम्बर भी रजिस्टर्ड होना पाए गए। Binance द्वारा MTFE कंपनी के एकाउंट से कनेक्टेड Binance के लगभग 41 खाते प्रदाय किए हैं, जिन्हें रतलाम पुलिस द्वारा माननीय न्यायालय के आदेश से फ्रीज करवाया गया। उपरोक्त खातों में भारतीय रुपए के अनुसार लगभग 44 लाख रुपये हैं। Binance में होल्ड राशि अपराध से संबंधित होने से शासकीय खाते में ली जाने के लिए Binance से पत्राचार कर उपरोक्त राशि में से 43 लाख 77 हजार 503 रुपये 26 करेंसी के रूप में शासकीय खातों में रिफंड करवाई गई। प्रकरण में मुख्य आरोपित एनाकु पेमे एवं मर्सी पेमे की लगातार तलाश की जा रही है।

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इनकी रही विशेष भूमिका –
उपनिरीक्षक अमित शर्मा प्रभारी सायबर सेल, आरक्षक विपुल भावसार, आरक्षक राहुल पाटीदार की विशेष भूमिका रही। वहीं निरीक्षक प्रकाश गडरिया तत्कालीन थाना प्रभारी औद्योगिक क्षेत्र जावरा, निरीक्षक मुनेन्द्र गौतम थाना प्रभारी औद्योगिक क्षेत्र जावरा, निरीक्षक दिनेश कुमार भोजक थाना प्रभारी स्टेशन रोड, उनि राकेश मेहरा, प्रआर राहुल जाट थाना नामली, आरक्षक अभिषेक पाठक एवं सायबर सेल रतलाम से प्रआर मनमोहन शर्मा, प्रआर हिम्मत सिंह गोड, प्रआर लक्ष्मीनारायण सूर्यवंशी, आरक्षक मयंक व्यास, आरक्षक तुषार सिसौदिया की सराहनीय भूमिका रही।

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