केंद्रीय अल्पसंख्यक मामले (Union Minority Affairs) और कानून मंत्री किरेन रिजिजू (Law Minister Kiren Rijiju) ने गुरुवार (8 अगस्त) को लोकसभा (Lok Sabha) में वक्फ संशोधन विधेयक (Wakf Amendment Bill) पेश किया। रिजिजू ने लोकसभा में भारी हंगामे के बीच विधेयक पेश किया। वहीं, सरकार द्वारा विधेयक पेश किए जाने के बाद विपक्षी दल कांग्रेस (Congress) ने कहा कि यह विधेयक अधिकारों पर हमला है।
वहीं, कांग्रेस ने कहा कि यह विधेयक संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। बता दें कि कांग्रेस के अलावा समाजवादी पार्टी और एआईएमआईएम ने भी विधेयक का विरोध किया है। स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि आप लोग शोर न मचाएं। जिन सदस्यों ने नोटिस दिया है, उन सभी को बोलने का मौका दिया जाएगा।
यह भी पढ़ें – RBI Monetary Policy: RBI से कर्जदारों को राहत नहीं, बढ़ती महंगाई के बीच रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं
जेडीयू ने बिल का समर्थन किया
वहीं, जनता दल यूनाइटेड ने इस बिल का समर्थन किया है। केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने बिल का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि किसी संस्था को पारदर्शी बनाने के लिए कानून बनाया जा रहा है। वक्फ बोर्ड कानून से बना है और सरकार को इसमें संशोधन करने का अधिकार है। विपक्ष द्वारा सिर्फ भ्रम फैलाया जा रहा है।
कांग्रेस को इस विधेयक से बहुत परेशानी
कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि वक्फ बिल संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। वक्फ बिल अधिकारों पर हमला है। उन्होंने कहा कि यह बिल संविधान पर बुनियादी हमला है। यह धार्मिक स्वतंत्रता पर सीधा हमला है। सरकार अभी मुस्लिमों को निशाना बना रही है, फिर ईसाइयों, जैनों, पारसी को निशाना बनाया जाएगा। हम लोग भी हिंदू हैं, लेकिन साथ ही हम अन्य धर्मों का भी सम्मान करते हैं।
देखें यह वीडियो –
Join Our WhatsApp Community