Bangladesh Crisis: हिन्दुओं पर अत्याचार रोककर उन्हें सुरक्षा प्रदान करे भारत सरकार, दादर में हिंदू राष्ट्र-जागृति आंदोलन में मांग

हिन्दुओं की नरसंहार के विषय मे बांग्लादेश के प्रसार माध्यम मात्र चुप्पी साधे हुए है।

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Bangladesh Crisis: बांग्लादेश (Bangladesh) में आरक्षण के मुद्दे पर सरकारविरोधी आंदोलनमें हुए हिंसाचारसे वहां अराजकता निर्माण हुई है। इस सरकार विरोधी आंदोलन में जिहादी और कट्टरपंथी जानबूझकर हिन्दुओं को निशाना (target Hindus) बनाकर खुलेआम उनकी हत्या कर रहे है।

हिन्दू महिलाओं पर बलात्कार करना, हिन्दूओंके घर और दुकानों को लूटना, हिन्दू मंदिरों को तोडना और जलाना, हिन्दुओं को विस्थापित करना आदि अत्याचार किए जा रहे हैं। बांग्लादेशमें हिन्दुओंका नरसंहार हो रहा है और वहां के अल्पसंख्यक हिन्दुओं में अभी भी काफी डर का माहौल है।

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भारत सरकार कार्रवाई करे
बांग्लादेशके हिन्दुओंकी भयानक स्थिति देखकर हिन्दुओंकी रक्षा के लिए बांग्लादेशके समाजकंठकोंपर भारत सरकार कार्रवाई करे तथा बांग्लादेशके हिन्दुओं पर होनेवाले अत्याचार रोककर उन्हें सुरक्षा प्रदान करने हेतु भारत सरकार तत्काल कृति करे !, ऐसी मांग मुंबई के दादर पूर्व रेलवे स्टेशन के पास 11 अगस्त को ‘हिंदू राष्ट्र समन्वय समिति’ की ओर से आयोजित ‘हिंदू राष्ट्र-जागृति आंदोलन’ में की गई। ‘हिंदू राष्ट्र समन्वय समिति’ द्वारा आयोजित इस आंदोलन में स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक, मानव सेवा प्रतिष्ठान, वज्र दल, योग वेदांत समिति, सुयश मित्र मंडळ, श्री शिवराज्याभिषेक दिनोत्सव सेवा समिती, सनातन संस्था, हिंदू जनजागृती समिति आदी हिंदुत्वनिष्ठ संगठनों के प्रतिनिधि सहभागी हुए।

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बांग्लादेश का आंदोलन हिंदूविरोधी
इस अवसर पर आंदोलन में सहभागी लोगों ने हाथों में जागरूकता फैलानेवाले फलक लिए और नारे लगाए। इस दौरान सरकार को दिए जानेवाले ज्ञापन पर लोगों के हस्ताक्षर भी किए गए। स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारकके कार्याध्यक्ष श्री. रणजित सावरकर ने इस समय कहा, ‘बांग्लादेश का आंदोलन हिंदूविरोधी हुआ है, भारत सरकार बांग्लादेशके विरोधमें तत्परता से कारवाई करे। भारत बांग्लादेशमें सैन्य घुसाकर बांग्लादेशके हिंदूबहुल भागको भारत से जोड़े।’ ‘बांग्लादेशके हिन्दुओं के रक्षा के लिए अभी रास्ते पर नही उतरे तो भारतके हिन्दुओंका भवितव्य भी खतरे में है’, ऐसा सनातन संस्थाके धर्मप्रचारक श्री. अभय वर्तक ने कहा। मानवाधिकार कार्यकर्ता श्री. महेश वासू ने कहा, ‘बांग्लादेशमें हिन्दुओंकी स्थिति बहुत भयंकर है। भारतके हिन्दुओं तक यह हा अत्याचार का विषय पहुचना चाहिए। हिन्दुओंकी नरसंहारके विषयमे बांग्लादेशके प्रसारमाध्यम मात्र चुप्पी साधे हुए है।

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हिन्दुओं पर हमले
बांग्लादेशमें हिंसाचारके के बाद अभी बांग्लादेशमें स्थापन हुआ अंतरिम सरकार और सैन्य दल बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे हमले, घरों की लूटपाट, मंदिरों पर हमले, मूर्तियों को तोड़ना, महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए तुरंत कदम उठाए, वहां के हिन्दुओं को तत्काल सुरक्षा प्रदान की जाए और हिन्दुओं के जान-माल के नुकसान की तुरंत भरपाई की जानी चाहिए।, यह मांगें पूर्ण करने हेतु भारत सरकार बांग्लादेशके अंतरिम सरकारपर दबाव लाए, ऐसे इस आंदोलनमें हिंदुत्वनिष्ठ संगठनोंके प्रतिनिधिंनो आवाहन किया।

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हिन्दू राष्ट्र-जागृति की मांग
बांग्लादेशके हिन्दुओंपर होनेवाले अत्‍याचारके विरोधमें बांग्लादेश, संयुक्‍त राष्‍ट्रका मुख्‍यालय इसके साथ संपूर्ण विश्व में विविध जगह आंदोलन हो रहे है। हिन्दू नरसंहारकी गंभीरता देखकर भारत सरकारने भी इस मामले को संयुक्त राष्ट्र संघ में उठाना चाहिए और संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रतिनिधिमंडल के बांग्लादेश दौरे की मांग करनी चाहिए। बांग्लादेश में चल रही हिंसा के कारण जो हिन्दू वहां से विस्थापित होकर भारत में शरण चाहते हैं, उन्हें भारत सरकार द्वारा ‘नागरिकता संशोधन अधिनियम’ (सीएए) के माध्यम से शरण दी जानी चाहिए, यह मांगें भी इस हिन्दू राष्ट्र-जागृति आंदोलनमें की गयी।

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