Mumbai: ऐसे दबोचे गए 25 साल से अवैध रूप से रह रहे पांच बांग्लादेशी, चार महिलाएं भी शामिल

पिछले 25 साल से नवी मुंबई के कोपरखैरणे में रह रहे 4 महिलाओं और 1 पुरुष सहित 5 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है।

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Mumbai: पिछले 25 साल से नवी मुंबई के कोपरखैरणे में रह रहे 4 महिलाओं और 1 पुरुष सहित 5 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। पता चला है कि इन पांचों बांग्लादेशी नागरिकों ने भारतीय पहचान के साथ फर्जी आधार और पैन कार्ड बनाए रखे हैं।

पुलिस की इम्मोरल ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल को सूचना मिली कि कुछ बांग्लादेशी नागरिक कोपरखैरणे के खैरनेगांव में अवैध रूप से रह रहे हैं। इस जानकारी के आधार पर पृथ्वीराज घोरपड़े के मार्गदर्शन में महिला पुलिस अलका पाटिल और उनकी टीम ने बोनकोडे में संदिग्ध के घर पर छापा माराष इस समय पता चला कि घर में 3 महिलाएं और एक छोटी बच्ची रहती है। बाद में जब अधिकारियों ने महिलाओं से बांग्लादेशी नागरिकों के अन्यत्र रुके होने के बारे में पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि बांग्लादेशी नागरिक जामा मस्जिद के पीछे शोएब पटेल बिल्डिंग में रह रहे हैं।

वहां एक दंपत्ति अपनी दो बेटियों के साथ रहते मिला। जब चारों बांग्लादेशी नागरिकों से उनके आयु प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र, मूल गांव निवासी प्रमाण पत्र के बारे में पूछताछ की गई तो पता चला कि उनके पास कोई दस्तावेज नहीं है। हालांकि, इन सभी के पास भारत का आधार कार्ड और पैन कार्ड पाया गया। उनका आधार कार्ड और पैन कार्ड जब्त कर लिया गया है।

जब इन बांग्लादेशी नागरिकों के मोबाइल फोन की जांच की गई तो पता चला कि वे Imo ऐप के साथ-साथ व्हाट्सएप वीडियो कॉल के जरिए बांग्लादेश में अपने रिश्तेदारों से संपर्क कर रहे थे। इसलिए पुलिस ने उनके मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं। इन पांचों बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ कोपरखैरणे पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।

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इस ऑपरेशन में गिरफ्तार की गई मायरा असलम मलिक (35) ने 1995 में अपने ससुर के साथ अवैध रूप से भारत में प्रवेश किया था, और नसीमा बेगम बक्कम गाजी (45) ने 2010 में बेनापोल-बोंगा में एक गश्ती दल को चकमा देकर अवैध रूप से भारत में प्रवेश किया था। भारत-बांग्लादेश सीमा पर जांच में खुलासा हुआ है। पता चला है कि फातिमा फजल्लू खान (45) और फिरोजा शाहदत मुल्ला उर्फ ​​फिरोजा अनीश शेख (34) 2005 से 2010 के बीच घुसपैठ के जरिये बांग्लादेश से भारत में आये थे। अनीश असरुद्दीन शेख (38) भी 2005 और 2010 के बीच अपनी बहन के साथ घुसपैठ के रास्ते बांग्लादेश सीमा से अवैध रूप से भारत में दाखिल हुआ था।

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