Himachal: भूस्खलन से चार एनएच सहित 338 सड़कें बंद, इन पांच जिलों में बाढ़ का अलर्ट

मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान पांच जिलों में बाढ़ की चेतावनी दी है। चंबा, किन्नौर, मंडी, सिरमौर और शिमला जिलों में बाढ़ की आशंका जताई गई है।

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Himachal: हिमाचल प्रदेश में मानसून के लगातार सक्रिय होने से सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लगातार हो रही वर्षा के चलते नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है और जगह-जगह भूस्खलन हुआ है, जिससे राज्य के 12 में से 10 जिलों में चार राष्ट्रीय उच्च मार्ग और 338 सड़कें बाधित हैं। इसके अलावा 488 बिजली ट्रांसफार्मर व 116 पेयजल परियोजनाएं प्रभावित हाेने से राज्य के कई इलाकाें में विद्युत आपूर्ति बंद हाे गई है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान पांच जिलों में बाढ़ की चेतावनी दी है।राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार 12 अगस्त की सुबह तक प्रदेश में भूस्खलन से चार राष्ट्रीय उच्च मार्ग और 338 सड़कें अवरुद्व हैं।

104 सड़कें अवरुद्ध
शिमला जिला में सबसे ज्यादा 104 सड़कें अवरुद्ध हैं। मंडी जिला में 71, सिरमौर में 58, चंबा में 55, सोलन व लाहौल-स्पीति में सात-सात, सोलन में सात, किन्नौर में पांच, कांगड़ा में चार, बिलासपुर में एक सड़क बंद हैं। मंडी जिला में दो नेशनल हाइवे (एनएच-21 व एनएच-70), कुल्लू में एनएच-305 और किन्नौर में एनएच-05 अवरुद्ध हैं। किन्नौर जिला के निगुलसेरी में नेशनल हाइवे-05 पहाड़ी से मलबा व पत्थर गिरने की वजह से बार-बार बाधित हो रहा है।

नौ जिलों के कई इलाके अंधेरे में डूबे
भारी वर्षा से ट्रांसफार्मरों में आई खराबी से नौ जिलों के कई इलाके अंधेरे में डूब गए हैं। ऊना जिला में 173, मंडी में 101, सिरमौर में 100, शिमला में 46, कुल्लू में 34, बिलासपुर में 24, हमीरपुर में छह, चंबा में तीन और किन्नौर में एक ट्रांसफार्मर बंद पड़ा है। इसके अलावा भारी बारिश ने कई जिलों में पेयजल परियोजनाओं को भी नुकसान पहुंचाया है। शिमला में 42, ऊना में 41, सिरमौर में 10, चंबा में नौ, कुल्लू और लाहौल-स्पीति में सात-सात पेयजल परियोजनाएं ठप हैं। राज्य में रविवार काे हुई मुसलाधार बारिश ने कई जगह कहर बरपाया। ऊना और सिरमौर जिलों में बाढ़ से तबाही हुई है।

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मौसम विभाग ने की भविष्यवाणी
मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान पांच जिलों में बाढ़ की चेतावनी दी है। चंबा, किन्नौर, मंडी, सिरमौर और शिमला जिलों में बाढ़ की आशंका जताई गई है। इन जिलों के लोगों से नदी-नालों से दूर रहने की अपील की गई है। विभाग ने आगामी 18 अगस्त तक राज्य के मैदानी व मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। राज्य में पिछले 24 घंटों में बाढ़ ने कहर बरपाया और तीन लोगों की बहने से मौत हुई, जबकि एक लापता है। वहीं बचाव टीमों ने बाढ़ में फंसे 11 लोगों को सुरक्षित निकाला। हिमाचल से सटे पंजाब के जेजो क्षेत्र में ऊना जिला के एक ही परिवार के नौ लोग मारे गए और दो लापता हैं। बाढ़ से पांच घर और पांच दुकानें ध्वस्त हुई हैं। मौसम विभाग के अनुसार रविवार सायं पांच बजे से सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे तक सोलन जिला के कसौली में सर्वाधिक 87 मिलीमीटर बारिश हुई। इसके अलावा ऊना में 86, सिरमौर के पांवटा साहिब में 62, कांगड़ा जिला के पालमपुर में 46, सोलन में 31, हमीरपुर में 29, धौलाकूआं में 26 और धर्मशाला में 21 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।

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