Hindusthan Post: बांग्लादेशी पत्रकार और ब्लिट्ज के संपादक सलाहुद्दीन शोएब चौधरी के दावे और खुालासे पर इन दिनों भारत में बवाल मचा हुआ है। उन्होंने बांग्लादेश में हो रही हिंसा के बारे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पता होने का दावा किया है। उनका दावा है कि घटना से पहले राहुल गांधी लंदन में बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान से मिले थे। सलाहुद्दीन शोएब चौधरी ने हिंदुस्थान पोस्ट के संपादक स्वप्निल सावरकर से ऑनलाइन खास बातचीत में खुलकर बात की। इस दौरान उन्होंने कई चौंकाने वाले दावे किए।
भारत से दुश्मनी का कारण
ब्लिट्ज के संपादक ने हिंदुस्थान पोस्ट से बात करते हुए कहा, अमेरिका इन दिनों महाशक्ति है। वह आगे भी महाशक्ति बने रहना चाहता है। लेकिन अब उसे इसमें खतरा लग रहा है। भारत इन दिनों तेजी से सुपर पॉवर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। भारत ही नहीं, चीन और रसिया भी अमेरिका को चुनौती दे रहे हैं। ये तीनों ग्लोबल साउथ में अमेरिका की महाशक्ति के खिताब को चुनौती दे रहे हैं। इसलिए अमेरिका भारत के साथ ही चीन और अमेरिका को भी आगे बढ़ने से रोकना चाहता है। इसके लिए उसकी कोशिश जारी है। वह नहीं चाहता कि ग्लोबल साउथ की ताकत बढ़े।
अमेरिका में होगा होम वॉर
पत्रकार चौधरी ने कहा अमेरिका तो खुद ही परेशानी में पड़ने वाला है। 5 नवंबर को वहां आम चुनाव है और वहां उस दौरान होम वॉर( गृह युद्ध) होने वाला है। वहां अगर डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति का चुनाव जीतते हैं, तो कमला हैरिस की डेमोक्रेटिक पार्टी नहीं मानेंगे और अगर कमला चुनाव जीतती है तो ट्रंप की रिपब्लिन पार्टी नहीं मानेगी और फिर सभी हथियार बाहर निकल आएंगे। अमेरिका में गृह युद्ध में शुरू हो जाएगा।
बैंकरप्सी के दरवाजे पर अमेरिका
बांग्लादेश के पत्रकार चौधरी ने दावा किया कि अमेरिका तो बैंकरप्सी के दरवाजे पर खड़ा है। वो कागज को प्रिंट करता है और हम उसको डालर कहते हैं। उसके सपोर्ट में गोल्ड या कुछ भी नहीं है। वह सिंपल- पेपर है। दूसरे देशों के पास अपनी मजबूत करेंसी है। लेकिन अमेरिका की अपनी मनमानी है। उसके कागज पर प्रिंट डॉलर का भी पूरी दुनिया में महत्व है।
भारत-बांग्लादेश संबंध नेचुरल
भारत और बांग्लादेश के बीच रिश्ते को लेकर चौधरी ने कहा, भारत और बांग्लादेश एक-दूसरे के अभिन्न अंग हैं। भारत बांग्लादेश को तलाक नहीं दे सकता और बांग्लादेश भारत से अलग नहीं हो सकता। ये राजनिती हमें अलग करती है। लेकिन हम अभिन्न अंग हैं। हमारी परंपरा और संस्कृति एक है। बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ जो हो रहा है, वह यहां के लोगों की बड़ी भूल है। उसने भूल की है। हम फेमिली हैं। जो 1971 में हुआ, वो भारत की मदद से फिर हो सकता है।भारत और बांग्लादेश का रिश्ता नेचरल है। इस संबंध को कोई तोड़ नही सकता।
सनातनियों से अपील
बांग्लादेश के हिंदुओं का क्या होगा? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं दुनिया भर के सनातनियों से अपील करना चाहता हूं, अब आप सहन मत करो। आप कितना सहन करोगे। क्या आपकी कोई आवाज नहीं है। आपकी पूरी दुनिया में ताकत है। आप अपनी ताकत दिखाइए। हिंदू धर्म इज नॉट वनली धर्म ऑफ पीस, इट्, धर्म ऑफ पावर, आप अपनी ताकत दिखा दो।