कोरोना देश में त्राहि मचा रहा है। लेकिन मुंबई में लगभग 23 दिनों बाद एक अच्छी खबर सामने आई है जब संक्रमितों का आंकड़ा पांच से छह हजार के बीच आया है। इसके पहल 31 मार्च को 5, 300 के आसपास संक्रमितों का आंकड़ा था। इसमें एक खास बात ये भी है कि मुंबई में अस्पतालों के आक्सीजन बेड और सामान्य बेड खाली पड़े हैं।
देश में ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और आईसीयू की मारामारी है। लोगों को अस्पताल में बेड प्राप्त करने के लिए परेशानी उठान पड़ रही है, लेकिन मुंबई महानगर पालिका द्वारा बनाए गए जम्बो कोविड सेंटर में परिस्थिति एकमद उलटी है। यहां आईसीयू बेड पूर्ण क्षमता से भर गए हैं जबकि वेंटिलेटर्स भी 15 ही रिक्त पड़े हैं, लेकिन ऑक्सीजन बेड और साधारण बेड खाली पड़े हैं।
इतनी बेड हैं खाली
मुंबई महानगर पालिका के अस्पताल और उसके अंतर्गत आनेवाले निजी अस्पतालों में कुल मिलाकर 21 हजार 553 बेड उपलब्ध हैं। इसमें अब तक 17 हजार 668 रुग्ण उपचार करा रहे हैं। जबकि 3 हजार 885 बेड रिक्त पड़े हैं।
हिंदुस्थान पोस्ट की खबर का असर
मुंबई मनपा के अस्पतालों में प्राण वायु (ऑक्सीजन) की उपलब्धता को अनवरत रखने के लिए ऑक्सीजन प्लांट खड़ा करने का निर्णय लिया गया है। मनपा के 12 अस्पतालों में कुल 16 ऑक्सीजन प्लांट बनाए जाएंगे। जिससे प्रतिदिन 43 मिट्रिक टन ऑक्सीजन का निर्माण होगा। इसके लिए मनपा ने निविदाएं भी आमंत्रित कर ली हैं।
ऑक्सीजन की कमी का मुद्दा सबसे पहले हिंदुस्थान पोस्ट ने उठाया था। इसके बाद मनपा की नींद टूटी और आनन फानन में उसने ये निर्णय किया है।
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