भारत (India) की आजादी की 77वीं वर्षगांठ के अवसर पर 100 विश्व रिकॉर्डधारी उदयपुर (Udaipur) के स्वर्णकार डॉ. इकबाल सक्का (Goldsmith Dr. Iqbal Sakka) ने देश को समर्पित करने के लिए एक नई कलाकृति तैयार की है। उन्होंने देश की आन-बान और शान का प्रतीक दुनिया का सबसे छोटा सोने का अशोक चक्र (Ashok Chakra) और भारतीय तिरंगा (Indian Tricolor) बनाकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है। देश का सबसे बड़ा अशोक चक्र यमुनानगर के टोपर कला गांव में स्थापित है, जो सुनहरे रंग में स्टील से बना है और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज भारत का सबसे बड़ा अशोक चक्र है। 30 फीट के इस अशोक चक्र का वजन 6 टन है।
यह भी पढ़ें – Kolkata Rape-Murder Case: SC ने बंगाल पुलिस की जांच पर उठाए सवाल, डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील
देश को समर्पित कलाकृतियां
इसके विपरीत, भारत का सबसे छोटा अशोक चक्र, हवा से भी हल्का, 24 कैरेट सोने की 24 तीलियों वाला, 0.00 मिलीग्राम वजन वाला, जिसे लेंस की मदद से लाखों गुना छोटा देखा जा सकता है, बनाया गया है। अशोक चक्र के साथ ही उन्होंने एक मिलीमीटर का भारतीय तिरंगा झंडा भी बनाकर लिम्का बुक में दावा पेश किया है। 77वीं वर्षगांठ पर बनाई गई इन कलाकृतियों को उन्होंने देश को समर्पित किया है।
पीएम ने की ये अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के सीएम शर्मा और सूचना एवं प्रसारण मंत्री को पत्र लिखा है। भारत का सबसे बड़ा अशोक चक्र यमुनानगर हरियाणा के टोपर गांव में स्थापित है। उदयपुर के किसी पर्यटक स्थल या किसी चौराहे या सूचना केंद्र उदयपुर के सभागार में भारत का सबसे छोटा सोने का अशोक चक्र और तिरंगा झंडा लगाने का अनुरोध किया गया है। ताकि आम लोग भारत का सबसे छोटा सोने का अशोक चक्र और तिरंगा झंडा देख सकें।
अशोक चक्र में स्पोक्स
अशोक चक्र में 24 स्पोक्स हैं जो व्यक्ति के 24 गुणों को दर्शाती हैं। दूसरे शब्दों में, इन तीलियों को मनुष्य के लिए बनाए गए 24 धार्मिक मार्ग कहा जा सकता है। अशोक चक्र में बताए गए सभी मार्ग किसी भी देश को प्रगति के पथ पर ले जाएंगे। शायद यही कारण है कि हमारे राष्ट्रीय ध्वज के डिजाइनरों ने इसमें से चरखा हटाकर ध्वज के बीच में अशोक चक्र को रख दिया।
देखें यह वीडियो –
Join Our WhatsApp Community