बंगाल में सातवें चरण में जमकर हुआ मतदान, नहीं दिखा कोरोना का डर

बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच पश्चिम बंगाल में सातवें चरण का मतदान संपन्न हो गया। मतदाताओं में कोरोना के बावजूद काफी उत्साह देखा गया।

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कोरोना संक्रमण की सुनामी के बीच पश्चिम बंगाल के सातवें चरण में बंपर वोटिंग हुई। चुनाव आयोग से मिली जानकारी के अनुसार 26 अप्रैल की शाम 5.30 बजे तक इस चरण में 75.06 प्रतिशत मतदान हुए।

 मतदान केंद्रों पर सुबह से लगी मतदाताओं की लंबी-लंबी कतारें यह बता रही थीं कि पिछले 6 चरणों के मतदान की तहर इस चरण में भी भारी मतदान होंगे। हालांकि बंगाल में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इससे मतदाताओं के उत्साह पर फर्क नहीं दिखा।

इस बीच छिटपुट हिंसा की खबरें आती रहीं। भारतीय जनता पार्टी के एक पोलिंग एजेंट ने टीएमसी पर खुद को मतदान केंद्र से बाहर करने का आरोप लगाया।

34 सीटों पर मतदान
इस चरण में 34 विधानसभा सीटों के लिए मतदान कराया गया। इनमें साउथ दिनजापुर और मालदा की 6-6 सीट, मुर्शीदाबाद की 10 सीट, पश्चिमी बर्दमान की 9 और कोलकाता की 4 सीटें शामिल हैं।

वर्तमान स्थिति
34 सीटों में से वर्तमान में 12 सीटों पर टीएमसी और 22 सीटों पर संयुक्त मोर्चा(कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन) का कब्जा है। लेकिन इस बार भारतीय जनता पार्टी का काफी जोर है। इस वजह से इतिहास दोहराए जाने की संभावना नहीं है और मुख्य मुकाबला टीएमसी तथा भाजपा मे ही है।

 भवानीपुर महत्वपूर्ण
दक्षिणी कोलकाता की चार सीटों में से एक सीट प्रदेश की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी की सीट भवानीपुर भी शामिल है। वह अभी तक यहां से चुनाव लड़ती आ रही थीं, लेकिन इस बार वे नंदीग्राम से चुनाव मैदान में हैं। इसलिए यहां से उन्होंने अपने करीबी टीएमसी सरकार के बिजली मंत्री सोवनदेब चट्टोपध्याय को चुनावी दंगल में उतारा है। इसके साथ ही वह इसी क्षेत्र की निवासी भी हैं। भारतीय जनता पार्टी की ओर से यहां से अभिनेता रुद्रनील घोष किस्मत आजमा रहे हैं। बता दें कि पश्चिम बंगाल में 294 सीटों पर आठ चरणों में मतदान कराया जा रहा है।

सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध
पिछले मतदान के दौरान हिंसा को देखते हुए चुनाव आयोग ने इस चरण के मतदान के लिए पुख्ता तैयारी की थी। सुरक्षा के मद्देनजर केंद्रीय बलों की 796 कंपनियां तैनात की गई थीं।
इसके साथ ही कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन कराया जा रहा था।

टीएमसी के चार दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर 
इस चरण में तृणमूल कांग्रेस पार्टी के चार स्टार उम्मीदवारों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। इनमें कोलकाता पोर्ट से फिरहाद हकीम, बालीगंज से सुब्रत मुखर्जी, भवानीपुर से बिजली मंत्री सोवनदेब चट्टोपध्याय और कोलकाता नगर निगम के मेयर परिषद के पूर्व सदस्य देवाशीष कुमार शामिल हैं।

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भाजपा के इन उम्मीदवारों के भी भाग्य का फैसला
इस चरण में भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार और जाने-माने अभिनेता रुद्रनील घोष, विख्यात अर्थशास्त्री अशोक कुमार लाहिड़ी, आसनसोल के पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी और मशहूर फैशन डिजाइनर अग्निमित्रा पाल के भी भाग्य का फैसला होने जा रहा है। जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष और आभास राय चौधरी(माकपा) और मोइनुल हक के साथ ही आबु हेना( कांग्रेस) की किस्मत का फैसला भी इस चरण में होना है।

इस चरण की खास बातें

  • मतदाताओं की संख्याः 81,96,242
  • पुरुष मतदाताः 42,07,548
  • महिला मतदाताः 39,88,473
  • ट्रांसजेंडर मतदाताः 221
  • मतदान केंद्रः 11,376
  • कुल उम्मीदवारः 268
  • महिला उम्मीदवारः 37

दो उम्मीदवारों का कोरोना से निधन
बता दें कि इस चरण में कुल 36 सीटों पर मतदान कराया जाना था, लेकिन मुर्शीदाबाद जिला की जंगीपुर और शमशेर गंज के एक-एक प्रत्याशी के कोरोना से मौत के कारण इन सीटों पर मतदान नहीं कराए जा रहे हैं। यहां 16 मई को मतदान कराए जाएंगे।

कोरोना की सुनामी
इस बीच बंगाल में कोरोना का खतरा बढ़ता जा रहा है। 24 अप्रैल को यहां कुल 14 हजार 281 नए मामले आए थे। जबकि 59 लोगों की इससे मौत हुई है। 25 अप्रैल को टीएमसी के तीसरे उम्मीदवार की कोरोना सो मौत हो गई। उत्तर परगना जिले के खारदाह से टीएमसी उम्मीदवार काजल सिन्हा की कोरोना के कारण जान चली गई। यहां 22 अप्रैल को मतदान कराया गया था। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो भी दूसरी बार कोरोना संक्रमित हो गए हैं। उनकी पत्नी भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं।

चुनाव कराने की चुनौती
पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण चुनाव आयोग के लिए मतदान कराना एक बड़ी चुनौती है। 8 चरणों में से अभी एक चरण का मतदान बाकी है। आठवें और अंतिम चरण का मतदान 29 अप्रैल को कराया जाएगा।

2 मई को होगी मतों की गिनती
चार राज्यों पश्चिम बंगाल, असम, केरल और तमिलनाडु के साथ ही केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में कराए गए मतदान के मतों की 2 मई को गिनती होगी। इसी के साथ उम्मीदवारों के साथ ही राजनैतिक पार्टियों की किस्मत का भी फैसला हो जाएगा।

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