Chhatrapati Shivaji Maharaj statue collapse: महाराष्ट्र (Maharashtra) के सिंधुदुर्ग जिले (Sindhudurg district) में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा (Chhatrapati Shivaji Maharaj statue) ढहने के संबंध में दर्ज प्राथमिकी (FIR registered) में नामित संरचनात्मक सलाहकार (structural consultant) चेतन पाटिल (Chetan Patil) को कोल्हापुर से गिरफ्तार (arrested from Kolhapur) कर लिया गया है। पुलिस (police) ने 30 अगस्त (शुक्रवार) को यह जानकारी दी।
कोल्हापुर के पुलिस अधीक्षक महेंद्र पंडित ने बताया कि पाटिल को गुरुवार देर रात हिरासत में ले लिया गया और आगे की जांच के लिए सिंधुदुर्ग पुलिस को सौंप दिया गया।
#UPDATE | Maharashtra | Police have arrested a contractor in the case of Chhatrapati Shivaji Maharaj’s statue collapsed in Malvan, Sindhudurg. The accused Chetan Patil has been arrested. According to Sindhudurg Police, the arrest has been made from Kolhapur. The local crime… https://t.co/bh7NjRwbw8
— ANI (@ANI) August 30, 2024
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पाटिल की गिरफ़्तारी
सिंधुदुर्ग पुलिस के अनुसार, इस मामले में पाटिल को गिरफ़्तार कर लिया गया है। कोल्हापुर निवासी पाटिल ने बुधवार को दावा किया था कि वह इस परियोजना के लिए संरचनात्मक सलाहकार नहीं थे। मराठी समाचार चैनल एबीपी माझा से बात करते हुए, कलाकार जयदीप आप्टे के साथ एफआईआर में नामित पाटिल ने कहा था कि उन्होंने राज्य के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के माध्यम से भारतीय नौसेना को मंच का डिज़ाइन सौंपा था, लेकिन मूर्ति से उनका कोई लेना-देना नहीं था।
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विपक्षी दलों ने की आलोचना
पाटिल ने कहा, “ठाणे की एक कंपनी ने मूर्ति से जुड़ा काम किया। मुझे बस उस प्लेटफॉर्म पर काम करने के लिए कहा गया था जिस पर मूर्ति बनाई जा रही थी।” पिछले साल नौसेना दिवस (4 दिसंबर) पर सिंधुदुर्ग के मालवन तहसील में राजकोट किले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अनावरण की गई 17वीं सदी के मराठा योद्धा राजा की 35 फुट ऊंची मूर्ति सोमवार को दोपहर करीब 1 बजे ढह गई। इस घटना ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली राज्य सरकार को शर्मसार कर दिया और विपक्षी दलों की आलोचना और विरोध को आमंत्रित किया। शिंदे ने कहा कि मूर्ति को भारतीय नौसेना द्वारा डिजाइन और निर्मित किया गया था।
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