Mumbai: “आज जरूरत है राष्ट्रीय चरित्र को ठीक करने की। समाज में हम जो काम कर रहे हैं, वह राष्ट्रहित की दृष्टि से कितना उचित है, यह सोचने की जरूरत है। हिंदू हित के बारे में सोचने वालों का सत्ता में होना जरूरी है।” यह प्रतिपादन विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महासचिव मिलिंद परांडे ने किया।
विश्व हिंदू परिषद की स्थापना की छठी वर्षगांठ के मौके पर देशभर में ब्लॉक स्तर पर हिंदू बैठकें आयोजित की जा रही हैं। गुरुवार, 29 अगस्त को विहिप के तुलसी नगर खंड की ओर से मुंबई के प्रभादेवी स्थित यशवंत भवन में हिंदू सम्मलेन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर डाॅ. रूपाली नाइक, सीए, एड. मिलिंद कुमार गुप्ता, विहिप दादर जिला मंत्री इंद्रजीत तिवारी उपस्थित थे।
कुल 8 हजार जगहों पर हिंदू बैठकों का आयोजन
इस मौके पर मिलिंद परांडे ने कहा, षष्ठी पूर्ति के मौके पर देशभर में ब्लॉक स्तर पर कुल 8 हजार जगहों पर हिंदू बैठकें हो रही हैं। विश्व हिंदू परिषद 33 देशों में काम कर रही है। वर्तमान में 4500 से अधिक सेवा कार्य, सेवा प्रकल्प चल रहे हैं। लाखों लोग लाभार्थी हैं। इस वर्ष का संकल्प भारत के हर जिले तक पहुंचना है।
अखंड भारत का सपना देखना जरुरी
अखंड भारत के बारे में दर्शकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “हिंदुओं का दृष्टिकोण सद्भावना का होना चाहिए। सभी को हिंदुओं की रक्षा का संकल्प लेना चाहिए। हिंदू संस्कारों का सम्मान करना सबसे महत्वपूर्ण है। इसे समाज में याद रखना और व्यवहार में लाना चाहिए। धर्म के आधार पर बंटवारा आज भी हमारे सामने चुनौती है। इसके लिए प्रत्येक हिंदू को अखंड भारत का सपना देखना चाहिए।”