तमिलनाडु से कांग्रेस प्रवक्ता रही खुशबू सुंदर ने कांग्रेस को बाय-बाय कह दिया है। इसके पहले खुशबू ने कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने उच्च पदाधिकारियों के दुर्व्यवहार की शिकायत की थी। इसके बाद खुशबू ने पार्टी से त्यागपत्र दे दिया और कुछ ही घंटे बाद बीजेपी में प्रवेश किया। लेकिन बीजेपी में उनकी राह आसान नहीं होगी। यहां उन्हें बीजेपी विरोधी तीखे ट्वीट्स पर उत्तर देना भारी पड़ सकता है।
2010 में खुशबू राजनीति में उतरीं। उन्होंने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत करुणानिधि की अगुवाई में द्रमुक से जुड़कर की।
2014 में वे कांग्रेस में चली गईं। कांग्रेस में रहने के दौरान खुशबू के संघ विरोध ट्वीट काफी चर्चा हासिल करते रहे हैं।
Sanghi nd nt remind us time n agn who dey follow..uncouth,filthy,dirty n cheap minded,abusive,living only 2 troll.Do u nd ur masters name?😊
— KhushbuSundar (@khushsundar) October 14, 2017
अब यही ट्वीट बीजेपी में आने के बाद खुशबू को शूल बनकर चुभ भी सकते हैं।
Sanghis can relax, pls do not rejoice. I am not moving to BJP. My opinion might be different from my party but I am an individual with a thinking mind of my own. Yes, #NEP2020 is flayed n flawed at some places, but I still feel we can look at the change with a positivity.. cont..
— KhushbuSundar (@khushsundar) July 30, 2020
तमिलनाडु में बीजेपी को पैर जमाने के लिए एक खुशबू चाहिए थी। जिस चेहरे को वे प्रमोट कर सकें लेकिन जिस खुशबू को उन्होंने पार्टी में प्रवेश दिया है वो कितनी फायदेमंद होगी ये कह पाना मुश्किल है।
खुशबू कौन?
खुशबू सुंदर का मूल नाम नखत खान है। सन 2000 में उन्होंने अभिनेता, फिल्म निर्माता-निर्देशक सुंदर सी से विवाह कर लिया था। खुशबू सुंदर को फिल्मों में पहली बार बड़ी पहचान नैनीताल से मिली थी। बतौर नायिका उनकी पहली फिल्म जानू की अधिकांश शूटिंग 1984 में नैनीताल में ही हुई थी। तब वह मात्र 14 वर्ष की थीं। इससे पहले वह द बर्निंग ट्रेन, दर्द का रिश्ता आदि फिल्मों में बाल कलाकार के रूप में नजर आई थीं, लेकिन एक नायिका के रूप में उन्हें लोगों ने जानू फिल्म से ही जाना। 1986 में उन्होंने दक्षिण भारतीय फिल्मों का रुख कर लिया था।
Join Our WhatsApp Community