Haryana Assembly Elections: फतेहाबाद जिले की रतिया विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी सुनीता दुग्गल ने 9 सितंबर को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उनका नामांकन भरवाने के लिए सीएम नायब सिंह सैनी रतिया पहुंचे और यहां एक विशाल जनसभा का भी संबोधित किया। इस रैली में भाजपा के राज्यसभा सांसद सुभाष बराला, पूर्व विधायक एवं चेयरमैन रविंद्र बलियाला, वेद फुलां, जिला अध्यक्ष बलदेव ग्रोहा, वेद फुल्ला, सुरेंद्र आर्य, पूर्व सांसद स्वामी सुमेधा नंद सहित अनेक भाजपा के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
विधायक लक्ष्मण नापा पर कसा तंज
नामांकन से पूर्व इंपीरियल पैलेस में जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम नायब सिंह सैनी और भाजपा प्रत्याशी सुनीता दुग्गल ने हाल ही में भाजपा छोडक़र कांग्रेस में शामिल हुए विधायक लक्ष्मण नापा पर जमकर कटाक्ष किए। दुग्गल ने यहां तक कह दिया कि कल को कोई भी यह नहीं कहेगा कि उनका विधायक जुआ खेलता हैं और दारू पीता है। जनसभा को संबोधित करते हुएसीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि कांग्रेस लगातार झूठ बोल के धोखा देने का काम कर रही है, वो आज हिसाब मांग रहें हैं, वो अपने काम का हिसाब देने का काम करें।
पूर्व की हुड्डा सरकार पर हमला
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुनीता दुग्गल ने बहुत कुर्बानी दी थी, अब विधायक कांग्रेस कि दल दल में जा फंसे हैं, जहां से निकलना अब मुश्किल है। गांवों में पैसे भेजने में सरकार ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। रतिया पंचायतों को 37 करोड़ से ज्यादा रूपए भेजे हैं। उन्होंने कहा कि हुड्डा सरकार ने नारे देने के काम किया, 100 गज का प्लाट देने का काम हमने किय़ा। 1.80 लाख की इनकम तक वाले परिवारों को 2 केवी तक सोलर पावर पैनल देने का काम किया है। रतिया से कमल फूल खिलने पर काम की झड़ी लगाई जाएगी। सीएम ने सरकार की तमाम योजनाएं गिनाईं।
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सुनीता दुग्गल ने कही दिल की बात
सुनीता दुग्गल ने कहा कि रतिया से मेरी राजनीतिक शुरुआत हुई थी। उन्होंने कहा कि आज कोई चुनावी भाषण नहीं देंगी, बल्कि दिल की आवाज रखेंगी। 2014 में रतिया कि जनता ने मात्र 15 दिन में उन्हें अपार वोट दिए थे, क्योंकि लोग ऐसे विधायकों से त्रस्त थे, जो जीतने के बाद भूल जाते थे। विधायक लक्ष्मण नापा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वो लगातार पलटी मारते आए हैं. वो स्वार्थ की राजनीति कर रहें हैं और अब पलटी मार के कांग्रेस में चले गए। सरपंचों के लिए भी सरकार ने गौर किया। विधायक बनने के बाद बाकी समस्याओं को विधानसभा में उठाएंगी। मुझे विधायक चुना तो ये सुनने को नहीं मिलेगा कि आपका विधायक कहीं दारु पी रहे थे, जुआ सत्ता खेल रहे थे।