Haryana Assembly Polls: हरियाणा चुनाव में क्या 91 बागी बिगाड़ेंगे खेल? जानने के लिए पढ़ें

जजपा कोटे से हरियाणा में मंत्री बने देवेंद्र सिंह बबली, अनूप धानक ,विधायक रामकुमार गौतम और जोगीराम सिहाग बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि रामकरण काला कांग्रेस के टिकट पर शाहाबाद सीट से चुनाव मैदान में हैं।

109
  • नरेश वत्स

Haryana Assembly Polls: ‘आया राम, गया राम’ की राजनीति के लिए मशहूर हरियाणा (Haryana) में कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) के बागी उम्मीदवारों (rebel candidates) ने राजनीति दलों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। चुनाव के एन वक्त लोक जननायक जनता पार्टी (Jannayak Janta Party) के 10 विधायकों में से 7 विधायकों ने पाला बदल लिया है।

जजपा कोटे से हरियाणा में मंत्री बने देवेंद्र सिंह बबली, अनूप धानक ,विधायक रामकुमार गौतम और जोगीराम सिहाग बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि रामकरण काला कांग्रेस के टिकट पर शाहाबाद सीट से चुनाव मैदान में हैं।

यह भी पढ़ें- Bihar Politics: शराबबंदी खत्म करने को लेकर प्रशांत किशोर का बड़ा वादा, चुनाव जीते तो उठेंगे यह कदम

कांग्रेस में 44 नेताओं ने की बगावत
बीजेपी- कांग्रेस के 91 बागी ऐसे हैं, जिन्होंने बतौर निर्दलीय या दूसरे दलों से इस बार नामांकन पत्र दाखिल किया है।
कांग्रेस के 44 नेता पार्टी से बगावत करके 31 विधानसभा सीटों पर चुनाव मैदान में है। जिनमें पूर्व मंत्री संपत सिंह, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव शारदा राठौर, पूर्व विधायक रोहिता रेवड़ी, पूर्व विधायक ललित नागर,रामकिशन फौजी और दिल्लू राम बाजीगर शामिल हैं।

यह भी पढ़ें- Jharkhand: पीएम मोदी ने चंपई सोरेन के ‘अपमान’ को लेकर जेएमएम पर साधा निशाना, जानें क्या कहा

भाजपा में 47 बागी
बीजेपी में भी टिकट नहीं मिलने के कारण 47 बीजेपी के नेता बागी हो गए हैं। इनमें पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल, बिजली मंत्री रणजीत चौटाला, मार्केटिंग बोर्ड के अध्यक्ष रहे आदित्य देवीलाल चौटाला, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रहे राजीव जैन व पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष संतोष यादव बड़े चेहरे शामिल हैं। अभी तक बीजेपी को अनुशासित पार्टी‌ माना जाता रहा है। लेकिन बीजेपी में टिकट न मिलने पर बगावत का खेल शुरू हो गया। ‌

यह भी पढ़ें- Haryana Assembly Polls: अनिल विज ने बढ़ाई BJP हाईकमान की टेंशन, मुख्यमंत्री पद को लेकर कही यह बात

300 से अधिक नेताओं ने छोड़ी भाजपा
मंत्री विधायकों, पूर्व मंत्रियों और पूर्व विधायकों सहित 300 से अधिक नेताओं और पदाधिकारीयों ने विभिन्न पदों से त्यागपत्र देते हुए पार्टी छोड़ दी । सूची जारी होते ही सबसे पहले हरियाणा बीजेपी ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री करण देव कंबोज ने त्यागपत्र दिया। कंबोज बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य भी थे। सोनीपत में टिकट कटने के बाद समर्थकों के साथ बैठक में पूर्व मंत्री कविता जैन और भिवानी में पूर्व विधायक शशि रंजन परमार और हरियाणा में बीजेपी को खड़ा करने वाले पूर्व मंत्री रामविलास शर्मा फूट-फूट कर रोए। हिसार से टिकट मांग रही पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल ने बीजेपी को छोड़ दिया और वह हिसार से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार बीजेपी के स्वास्थ्य मंत्री डॉ कमल गुप्ता के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं।

यह भी पढ़ें- PCS Transfer: उत्तर प्रदेश में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 13 PCS अफसरों का तबादला

लालों के लाल भी हो गए बाहर
बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने मंत्री पद से इस्तीफा देते हुए रानियां से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। डबवाली से टिकट मांग रहे ताऊ देवीलाल के पोते आदित्य देवीलाल चौटाला ने भी हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। रेवाड़ी में बॉलीवुड अभिनेता राजकुमार राव के जीजा और प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति के सदस्य सुनील राव भी बीजेपी से बागी हो गए हैं।लकालांवाली के पूर्व विधायक टिकट कटने से नाराज होकर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। कोसली में टिकट कटने से पूर्व मंत्री विक्रम ठेकेदार नाराज हैं। झज्जर से किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष अमित अहलावत डिंगल इस्तीफा दे चुके हैं। तोशाम से पूर्व विधायक शशि रंजन परमार भी बीजेपी से बागी हो गए हैं।

यह भी पढ़ें- Engineers Day 2024: मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया कौन थे?

कांग्रेस ने दिया मौका
नीलोखेड़ी आरक्षित विधानसभा सीट से धर्मपाल गोंदर को टिकट दिया है धर्मपाल गोंदर पिछला चुनाव निर्दलीय जीते थे और साढे चार साल से अधिक समय से उन्होंने सत्तारूढ़ बीजेपी को समर्थन दे रखा था। शाहाबाद विधानसभा सीट से कांग्रेस ने जजपा को छोड़कर पार्टी में आए पूर्व विधायक रामकरण काला को टिकट दिया है।

यह भी पढ़ें- Haryana Assembly Polls: अनिल विज ने बढ़ाई BJP हाईकमान की टेंशन, मुख्यमंत्री पद को लेकर कही यह बात

इन तीन दागी को भी मैदान में उतारा
कांग्रेस ने अपनी पार्टी के मौजूद तीन दागी विधायकों को भी टिकट दिए हैं। सोनीपत के विधायक सुरेंद्र पंवार जेल से विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। आय से अधिक संपत्ति समेत कई मामलों में प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर रखा है। कांग्रेस ने महेंद्रगढ़ से राव दान सिंह और समालखा से धर्म सिंह छोकर को भी टिकट दिए हैं ।

यह भी पढ़ें- Har Ghar Durga: आपकी रक्षा आपके हाथ में !

दलबदलुओं का बुरा हश्र
पिछले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले इंडियन नेशनल लोकदल के चार विधायक नैना चौटाला पृथ्वी नंबरदार अनूप धानक और राजदीप फौगाट जननायक जनता पार्टी में चले गए थे जबकि पूर्व मंत्री जाकिर हुसैन ,रणबीर गंगवा और केहर सिंह रावत सहित 10 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे। लेकिन इनमें से नैना चौटाला अनूप धानक और रणबीर गंगवा ही चुनाव जीत गए थे।

यह भी पढ़ें- Jharkhand: पीएम मोदी ने चंपई सोरेन के ‘अपमान’ को लेकर जेएमएम पर साधा निशाना, जानें क्या कहा

33 विधानसभा क्षेत्रों पर विशेष नजर
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी ने पांच-पांच सीटें जीती थीं। तब बीजेपी ने 44 और इंडी गठबंधन के तहत कांग्रेस ने 42 और आम आदमी पार्टी ने चार विधानसभा सीटों पर बढ़त बनाई थी ।बीजेपी की बढ़त वाली 17 सीटों, कांग्रेस की 13 और आम आदमी पार्टी की‌ 3 सीटों पर हार जीत का अंतर 10 प्रतिशत से भी कम रहा था। कांटे की टक्कर वाली इन सीटों पर 8 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में मतदाता जिस तरफ झुका सत्ता की चाबी उसी पार्टी के पास होगी ।

यह भी पढ़ें- Bihar Politics: शराबबंदी खत्म करने को लेकर प्रशांत किशोर का बड़ा वादा, चुनाव जीते तो उठेंगे यह कदम

2019 की स्थिति
2019 के लोकसभा चुनावों पर नजर डालें तो बीजेपी ने 6 सीटों पर एक तरफा प्रदर्शन करते हुए उनके अंतर्गत आने वाली सभी 54 विधानसभा सीटों में जीत हासिल की थी। 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी केवल करनाल लोकसभा सीट पर ऐसा प्रदर्शन दोहरा पाई है।भिवानी- महेंद्रगढ़ संसदीय क्षेत्र में बीजेपी ने 6 और कांग्रेस ने 3 गुरुग्राम में बीजेपी ने 6 और कांग्रेस ने 3 तथा फरीदाबाद में कांग्रेस ने 3 और बीजेपी ने 6 विधानसभा क्षेत्र में बढ़त ली है।

यह वीडियो भी देखें-

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.