West Bengal के डायमंड हार्बर के सुल्तानपुर मछली बंदरगाह से समुद्र में मछली पकड़ने गए 49 मछुआरे तीन ट्रॉलरों के साथ लापता हो गए हैं। प्रशासन की ओर से हेलीकॉप्टर द्वारा 16 सितबंर की सुबह से ही इन मछुआरों की तलाश की जा रही है लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। मछुआरों के परिवार वाले चिंतित होकर प्रशासन से जल्द से जल्द जानकारी देने की मांग कर रहे हैं।
15व सितंबर को थी वापसी
मछुआरों के परिजनों के अनुसार पिछले दिनों सुल्तानपुर मछली बंदरगाह से एक दल गहरे समुद्र में मछली पकड़ने के लिए निकला था और उन्हें 15 सितंबर तक लौटना था। बाकी मछुआरे लौट आए लेकिन इन तीन ट्रॉलरों में सवार 49 मछुआरों का कोई पता नहीं चल पाया। पहले नाव और ट्रॉलरों से तलाशी अभियान शुरू किया गया था लेकिन सोमवार को प्रशासन ने हवाई मार्ग से तलाशी के लिए हेलीकॉप्टर भेजा।
ट्रालरों के इंजन हो गए थे खराब
मछुआरों के मुताबिक ‘मा रिया’ और ‘श्री हरी’ नाम के दो ट्रॉलरों सहित कुल तीन ट्रॉलरों के इंजन खराब हो गए थे, जिससे ट्रॉलरों के प्रोपेलर भी काम करना बंद कर दिए। अन्य मछुआरों ने इन ट्रॉलरों को खींचकर वापस लाने की कोशिश की लेकिन तेज समुद्री धाराओं के कारण वे सफल नहीं हो सके।
नहीं हो पा रहा है संपर्क
प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि खराब मौसम के कारण मछुआरे गहरे समुद्र से किनारे की ओर लौट रहे थे लेकिन इस दौरान कई ट्रॉलरों की वायरलेस मशीन खराब हो गई, जिससे संपर्क करना मुश्किल हो गया। इस मामले की सूचना तटरक्षक बल को दी गई है।
मातम का माहौल
मछुआरों के परिजन गहरी चिंता में हैं, क्योंकि उन्हें अब तक अपने प्रियजनों की कोई जानकारी नहीं मिली है। 16 सितंबर की सुबह से ही कई परिवार सुल्तानपुर मछली बंदरगाह पर एकत्रित हैं और वे प्रशासन से सही जानकारी देने की गुहार लगा रहे हैं। कई परिवारों ने कहा कि उनके पति और भाई उन ट्रॉलरों में सवार थे और अब उनकी स्थिति को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।