आईपीएस रश्मी शुक्ला को वो सवाल चाहिए! न आने का दिया ये कारण

रश्मी शुक्ला 1988 बैच की महाराष्ट्र पुलिस की वरिष्ठ अधिकारी हैं। वर्तमान में वे केंद्रीय सेवा में एडीजी के पद पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में कार्यरत हैं। उनकी पोस्टिंग हैदराबाद में है।

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महाविकास आघाड़ी सरकार के कार्यकाल में फोन टेपिंग करने का आरोप झेल रहीं आईपीएस अधिकारी रश्मी शुक्ला जांच के लिए नहीं आ पाएंगी। उन्होंने प्रश्नावली भेजने की मांग की है। जिसका उत्तर वे ईमेल के माध्यम से देंगी। रश्मी शुक्ला पर मुंबई साइबर सेल ने मामला दर्ज किया था। जिसकी जांच के लिए साइबर सेल ने उन्हें समन भेजा था। उन्हें 28 अप्रैल 2021 को पेश होना था।

रश्मी शुक्ला महाराष्ट्र गुप्तचर विभाग की पूर्व आयुक्त रह चुकी हैं। उन पर नेताओं के फोन टेपिंग कराने का आरोप है, जिसकी रिपोर्ट बाद में लीक हो गई थी। इस प्रकरण में रश्मी शुक्ला को पूछताछ के लिए पेश होना था। वर्तमान में वे हैदराबाद निवास पर हैं। उन्होंने अपने उत्तर में कहा है कि कोरोना के कारण वे पेश नहीं हो पाएंगी। जो भी प्रश्न हों वे उन्हें भेजे जाएं जिसका उत्तर वे ईमेल द्वारा देंगी।

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और तूल पकड़ लिया प्रकरण
महाराष्ट्र विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने महाविकास आघाड़ी सरकार पर टिप्पणियां की थीं। इस बीच उन्होंने आरोप लगाया था कि पुलिस अधिकारियों के स्थानांतरण के लिए कई फोन कॉल किये गए थे। इसके साक्ष्य के रूप में उन्होंने एक रिपोर्ट भी पढ़कर सुनाई थी। बाद में इस पूरी रिपोर्ट को देवेंद्र फडणवीस ने केंद्रीय गृह सचिव को सौंप दिया था। इस घटना के बाद महाविकास आघाड़ी सरकार ने प्रकरण की जांच करवाई। मुख्य सचिव सीताराम कुंटे की अध्यक्षता में यह जांच हुई थी। इसमें कहा गया है कि रिपोर्ट की जानकारी रश्मी शुक्ला द्वारा ही लीक हुई थी।

ये है आरोप
आईपीएस अधिकारी रश्मी शुक्ला पर सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 43 व 46 के ऑफिशियल सिक्रेट एक्ट 05 के अंतर्गत मामला पंजीकृत किया गया है। इस प्रकरण में पूछताछ के लिए रश्मी शुक्ला को 28 अप्रैल 2021 को पेश होना था।

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सरकार की जांच के अनुसार रश्मी शुक्ला ने आतंकवादी गतिविधियों की जांच के लिए फोन टेपिंग की अनुमति ली थी। लेकिन इसके माध्यम से उन्होंने आघाड़ी सरकार के कुछ मंत्रियों के फोन भी टेप कर लिये। राज्य सरकार के मंत्रियों के अनुसार रश्मी शुक्ला ने आतंकवादी गतिविधियों का पता लगाने के लिए जो अनुमति ली थी वह नियमानुसार थी। लेकिन इसके अंतर्गत मंत्रियों के फोन टेपिंग करने का गलत कार्य उन्होंने किया। इस प्रकरण में कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने आरोप लगाया था कि रश्मी शुक्ला भारतीय जनता पार्टी के लिए कार्य कर रही हैं। जबकि दूसरे मंत्री जीतेंद्र आव्हाड ने पत्रकार परिषद में शुक्ला पर गंभीर आरोप लगाए थे।

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