– अमन दुबे
देश की राजनीति (Politics) में कई ऐसे नेता हैं, जिन्होंने अभी तक शादी (Marriage) नहीं की। उन्होंने अविवाहित (Unmarried) रहकर राजनीति (Politics) की दिशा बदल दी। देश के सबसे बुजुर्ग नेता से लेकर सबसे युवा नेता तक कई नेता अभी भी अपने वैवाहिक जीवन (Married Life) से दूर हैं। सबसे बड़े नेता और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का नाम भी इसी श्रेणी में आता है। भारत के सबसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इसी कतार में हैं। इसके साथ ही असम के पूर्व सीएम सर्बानंद सोनोवाल भी इस लिस्ट में शामिल हैं। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, यूपी की पूर्व सीएम मायावती और कांग्रेस नेता व सांसद राहुल गांधी पहले से ही इस लिस्ट में शामिल हैं। (Unmarried Politicians)
योगी ने संभाली समाज की जिम्मेदारी
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को कौन नहीं जानता। योगी यूपी के सीएम के तौर पर तो शानदार काम कर ही रहे हैं, लेकिन इससे पहले गोरखपुर के सांसद के तौर पर भी उन्होंने तहलका मचाया हुआ था। 5 जून 1972 को देवभूमि उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के पंचूर गांव में वन विभाग के अधिकारी आनंद सिंह बिष्ट के घर जन्मे अजय सिंह बिष्ट के संन्यासी योगी आदित्यनाथ बनने की कहानी राष्ट्रवादी विचारधारा और लोक कल्याण की भावना से जुड़ी हुई है।
ऐसा रहा है राजनीतिक सफर
मुख्यमंत्री योगी गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी बने और फिर राजनेता और फिर देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। सीएम योगी हिंदू युवाओं के एक सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं। कथित तौर पर उनकी छवि एक कट्टर हिंदू नेता की रही है। 52 वर्षीय सीएम योगी ने देश सेवा और भगवान की भक्ति के लिए घर नहीं बसाया।
यह भी पढ़ें – J-K Assembly polls: पहले दिया धर्म का वास्ता, अब बता रहे एक ही रास्ता
पीएम मोदी की राह पर हैं सर्बानंद सोनोवाल
असम के पूर्व सीएम और मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल 62 साल के हो गए हैं। 31 अक्टूबर 1962 को डिब्रूगढ़ जिले के दिनजान में जन्मे सर्बानंद सोनोवाल ने गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। 1992 में उन्होंने राजनीति में कदम रखा और खूब नाम कमाया।
राजनीतिक सफर
जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच साल पहले असम में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत की पटकथा लिखी थी, तो उन्होंने इस पूर्वोत्तर राज्य के मुख्यमंत्री पद के लिए सोनोवाल को ही चुना था। उनकी उम्र 62 साल है, लेकिन उन्होंने अभी तक शादी नहीं की है।
क्या राहुल गांधी भी रहेंगे आजीवन कुंवारे
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस पार्टी के युवराज राहुल गांधी हमेशा अपनी शादी और अपने भाषणों के लिए चर्चा में रहते हैं। किसी को भी नहीं पता होता कि वो कब क्या बोलेंगे। उनके वीडियो आए दिन सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं। राहुल गांधी अपनी शादी को लेकर हमेशा जनता से लेकर नेताओं तक की सुर्खियों में बने रहते हैं। पिछले महीने ही सोशल मीडिया पर कांग्रेस सांसद परिणीति शिंदे के साथ उनके रिश्ते को जोड़ा गया था। हालांकि, इस खबर की अभी पुष्टि नहीं हुई है। जब भी कोई राहुल गांधी से पूछता है कि वह शादी कब करेंगे तो वह कहते हैं कि जल्द ही शादी करेंगे। गांधी अब 54 वर्ष के हैं।
जिंदगी की माया से दूर मायावती
मायावती उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने 1995 से चार अलग-अलग कार्यकालों में यह भूमिका निभाई। वर्तमान में, वह 2003 से बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष के रूप में कार्य करती हैं। (Unmarried Politicians)
ऐसा रहा है सफर
राजनीति में आने से पहले मायावती एक स्कूल में शिक्षिका थीं। उनका सपना आईएएस बनने का था, लेकिन उन्होंने 1984 में शिक्षक की नौकरी छोड़ दी और राजनीति में आ गईं। मायावती 3 जून 1995 को देश की पहली दलित मुख्यमंत्री बनीं। भारतीय राजनीति में ‘दलित चेहरे’ की भूमिका में मायावती का नाम सबसे पहले आता है। अब वह बीएसपी को फिर से सत्ता में लाने के लिए संघर्ष कर रही हैं। वह देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की पहली दलित मुख्यमंत्री बनीं और चार बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। उनकी उम्र 68 साल हो चुकी है, लेकिन अभी भी अविवाहित हैं।
देश की दीदी ममता बनर्जी!
ममता बनर्जी का जन्म कोलकाता, पश्चिम बंगाल में एक बंगाली हिंदू परिवार में हुआ। उनके माता-पिता प्रोमिलेश्वर बनर्जी और गायत्री देवी थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बनर्जी के पिता प्रोमिलेश्वर की मृत्यु चिकित्सा उपचार की कमी के कारण हुई, जब ममता 9 वर्ष की थीं।
पश्चिम बंगाल की पहली महिला मुख्यमंत्री
ममता बनर्जी को दीदी के नाम से भी जाना जाता है। वह पश्चिम बंगाल की पहली महिला मुख्यमंत्री हैं। अगर किसी महिला ने भारतीय राजनीति में अपनी खास जगह बनाई है, तो वह ममता बनर्जी हैं। काफी विरोध का सामना करने के बावजूद ममता बनर्जी की पार्टी ने पश्चिम बंगाल में सभी पार्टियों को हराया। ममता बनर्जी ने भी शादी नहीं की। वह 69 साल की हो चुकी हैं।
वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं पटनायक
ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक 77 साल के हो गए हैं। अब उनकी तबीयत ठीक नहीं रहती है। नवीन पटनायक भारतीय राजनीति के सबसे बुजुर्ग नेताओं में से एक हैं। नवीन पटनायक का जन्म 16 अक्टूबर 1946 को ओडिशा के कटक शहर में हुआ था। उनके पिता ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक थे।
राजनीतिक सफर
1997 में अपने पिता की मौत के बाद नवीन पटनायक राजनीति में आए और एक साल बाद अपने पिता बीजू पटनायक के नाम पर बीजू जनता दल की स्थापना की। इसके बाद बीजू जनता दल ने विधानसभा चुनाव जीता और बीजेपी के साथ सरकार बनाई जिसमें वे खुद मुख्यमंत्री बने। नवीन पटनायक अभी शादीशुदा जिंदगी से दूर हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी भी थे कुंवारे
बता दें कि अगर भारतीय राजनीति का इतिहास खोला जाए तो हमें ऐसे कई नेता मिलेंगे, जिन्होंने अपने जीवन की आखिरी सांस तक शादी नहीं की। देश के विकास में हमेशा से अविवाहित नेताओं ने अपनी भूमिका निभाई है। इनमें पूर्व प्रधानमंत्री और भाजपा नेता अटलबिहारी वाजयेई का नाम भी शामिल है। (Unmarried Politicians)
देखें यह वीडियो –
Join Our WhatsApp Community