Delhi Politics: केजरीवाल की राजनीति ने राजधानी को बनाया नर्क! यहां पढ़ें

दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली में पार्किंग की समस्या से जुड़े एक मामले पर महत्वपूर्ण टिप्पणी की है।

43
  • नरेश वत्स

Delhi Politics:  देश की राजधानी दिल्ली (Capital Delhi) के लोग केजरीवाल राज (Kejriwal Raj) में नरक से भी बदतर जीवन जी रहे हैं। सड़कें टूटी हुई हैं, वाहनों को कुछ दूरी तय करने मे भी भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

वर्षों की उपेक्षा के कारण आसपास के औद्योगिक (क्षेत्र Industrial Area) नगर निगम (Municipal Corporation) के कचरे और खतरनाक पानी से भरे‌ हुए गड्ढे डंपिंग ग्राउंड (Dumping Ground) में बदल गए हैं।

यह भी पढ़ें- Unmarried Politicians: भारतीय राजनीति में कुंवारे नेताओं का परचम!

एलजी की कड़ी टिप्पणी
दिल्ली की बदतर होती जा रही स्थिति पर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली सरकार में कई विभागों के कामकाज पर सख्त टिप्पणी की है। उन्होंने कहा है कि दिल्ली सरकार और प्रशासनिक उपेक्षा के कारण दिल्ली के लाखों लोग नरक से भी बदतर जीवन जीने के लिए मजबूर हैं। विभागों की यह विफलता अक्षम्य है।

यह भी पढ़ें- Madhya Pradesh: सेना की ट्रेन को बम से उड़ाने की कोशिश, मध्य प्रदेश के नेपानगर में रची गई थी पूरी साजिश

दिल्ली हाई कोर्ट की कड़ी फटकार
दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली में पार्किंग की समस्या से जुड़े एक मामले पर महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। हाई कोर्ट ने कहा है कि दिल्ली में कॉलोनी को पार्किंग सुविधाओं के बिना विकसित किया गया है। इस कारण निवासियों के पास सड़कों पर वाहन पार्क करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

यह भी पढ़ें- Uttar Pradesh: जनता दर्शन में सीएम योगी ने कहा, लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाए

सड़कों की मरम्मत में भी राजनीति
दिल्ली में राजनीतिक हैसियत रखने और दिल्ली सरकार को चलाने वाले मुख्यमंत्री , मंत्री सिविल लाइंस में रहते हैं। इसलिए सिविल लाइंस की सड़कें अपने भाग्य पर इतराती हैं। क्योंकि इस इलाके में सड़क टूटने पर जल्द मरम्मत हो जाती है। लेकिन दिल्ली के दूसरे इलाकों में सड़कों का भाग्य उतना अच्छा नहीं है। मसलन दक्षिण दिल्ली के आश्रम चौक पर 400 मीटर लंबा और 4 लाइन चौड़ा अंडरपास अप्रैल 2022 में शुरू हुआ था। लेकिन 2 वर्ष में ही मथुरा रोड को जोड़ने वाले आश्रम अंडरपास के बीच सड़क टूट गई है, जिसकी वजह से यहां अक्सर पानी भरा रहता है। ऊपर की ओर चौराहे पर बदरपुर से भोगल जाने वाली लेन पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिन्हें मिट्टी से पाटकर काम चलाया जा रहा है।‌

यह भी पढ़ें- QUAD क्या है, जिसमें पीएम मोदी खुद होते है शामिल :

जगह-जगह धंस रही है सड़क
छतरपुर विधानसभा क्षेत्र असोला बांध रोड 3 महीने पहले सीवर लाइन डालने के लिए जल बोर्ड ने खोद दिया था। जिस कारण सड़क जगह-जगह पर धंस रही है। पश्चिमी दिल्ली के मुंडका से नांगलोई तक रोहतक रोड करीब 3 किलोमीटर तक सड़क पर कई गहरे गड्ढों में वाहन फंस रहे हैं। सबसे खतरनाक स्थिति मुंडका मोड पर है, जहां दो पहिया वाहन चालक रोजाना गड्ढे में गिरकर चोटिल हो रहे हैं।

यह भी पढ़ें- Book My Show Down: कोल्डप्ले कॉन्सर्ट टिकट लाइव होने से पहले ही क्रैश हुआ Book My Show, सोशल मीडिया यूजर्स मीम्स शेयर कर ले रहे मजे

गतिरोध की स्थिति
पिछले करीब 5 महीने से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आबकारी नीति घोटाले में जेल में होने से दिल्ली सरकार में बस रूटिंग कामकाज ही हो सका है। इस दौरान दिल्ली सरकार ने कोई नए निर्णय नहीं लिए और कोई नया काम नहीं हो पाया।‌ नए विकास कार्य तो दूर दिल्ली सरकार द्वारा बजट में की गई कुछ घोषणाओं पर भी काम नहीं हो सका है। दिल्ली सरकार में कुछ महीने से बनी इस गतिरोध की स्थिति से राजधानी दिल्ली के लोग भी परेशानी महसूस कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें- Amit Shah: जम्मू-कश्मीर से अमित शाह ने पाकिस्तान को दी चुनौती, कहा- आतंकवाद खत्म होने तक नहीं होगी कोई बातचीत

सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया है कि लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल परिसर में निर्माणाधीन ब्लॉक में दिल्ली सरकार ने जानबूझकर निर्धारित लागत से कम पर टेंडर जारी किया, ताकि बाद में भ्रष्टाचार किया जा सके। यही कारण है कि 465 करोड़ रुपए के निर्माण लागत अब बढ़कर 1135 करोड़ रुपए तक पहुंच गई है। इसका निर्माण कार्य 50 प्रतिशत ही पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि लोकनायक अस्पताल सहित 23 अन्य हॉस्पिटलों के निर्माण में भ्रष्टाचार की शिकायत केंद्रीय सतर्कता आयोग और भ्रष्टाचार निरोधक शाखा से की गई है।विधानसभा सत्र में भी भाजपा विधायक इसे लेकर सरकार से जवाब मांगेंगे।

यह भी पढ़ें- Iran: कोयला खदान में गैस रिसाव से भीषण विस्फोट; 51 लोगों की मौत, 20 से अधिक घायल

राजनीति चमकाने पर जोर
दिल्ली के मुख्यमंत्री का पद छोड़ने के बाद अरविंद केजरीवाल ने फिर ईमानदारी की बात जोर-शोर से करनी शुरू कर दी है। कांग्रेस से कभी दोस्ती कभी दुश्मनी की नीति पर चलने वाली आम आदमी पार्टी ने अब हरियाणा विधानसभा चुनाव में बदलाव की बात कह रही है।

यह भी पढ़ें- J-K Assembly polls: पहले दिया धर्म का वास्ता, अब बता रहे एक ही रास्ता

सीएम आवास सौन्दर्यीकरण पर सवाल
इस्तीफा स्वीकार होने पर नई दिल्ली विधानसभा सीट से विधायक अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री को मिलने वाली सभी सुविधाएं 15 दिन में छोड़ देंगे, जिसमें सीएम आवास सरकारी वहां सुरक्षा प्रमुख रूप से शामिल हैं। लेकिन सवाल अभी यह बना हुआ है कि मौजूदा सीएम आवास. जिस पर सरकारी खजाने से करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं. उसका जवाब कौन देगा?

यह भी पढ़ें- Uttar Pradesh: सपा सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे पर मामला दर्ज, जानें क्या है प्रकरण

फ्री की पॉलिटिक्स
आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता में यह संदेश प्रमुखता से देने लगी है कि अगर आप पार्टी की सरकार नहीं रहेगी तो दिल्ली वालों को फ्री बिजली- पानी नहीं मिल सकेगा । महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा नहीं मिल सकेगी। अच्छे सरकारी स्कूल नहीं मिल ओसकेंगे। अस्पतालों में अच्छा इलाज नहीं मिल सकेगा। मोहल्ला क्लीनिक बंद करवा दिए जाएंगे। जनता से यह भी पूछा जा‌‌ रहा‌ है कि फ्री वाली सुविधाएं आपको किसकी सरकार में मिली है और इससे कितना परिवार चलाने में कितनी मदद मिलती है।

यह भी पढ़ें- Unmarried Politicians: भारतीय राजनीति में कुंवारे नेताओं का परचम!

सब जान गई है जनता
जनता को अब ज्यादा दिनों तक मूर्ख नहीं बनाया जा सकता। दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी राज में जो हाल है, वह अब किसी से छिपा नहीं है। सच में केजरीवाल सरकार ने देश की राजधानी को नरक बना दिया है और पंजाब को भी कंगाल बना दिया है, जिसके पास कर्मचारियों तो छोड़िए सचिवों को भी वेतन देने के लिए पैसा नहीं है।

यह वीडियो भी देखें-

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.