RG Kar Hospital: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में गत नौ अगस्त को एक जूनियर डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के बाद से शुरू हुआ डॉक्टरों का आंदोलन 43 दिनों बाद आखिरकार 20 सितंबर की शाम खत्म हो गया। इस घटना को लेकर न्याय की मांग कर रहे जूनियर डॉक्टरों क्या आंदोलन का नेतृत्व कर रहे लोगों में से एक अनिकेत महतो ने घोषणा की कि 21 सितंबर से वे राज्य संचालित अस्पतालों में आवश्यक सेवाओं को आंशिक रूप से फिर से शुरू करेंगे।
43 दिनों तक जारी रहा गतिरोध
43 दिनों से चल रहे इस गतिरोध को खत्म करते हुए डॉक्टरों ने राज्य स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय से सीबीआई कार्यालय तक मार्च निकाला। स्वास्थ भवन से सीजीओ कॉम्प्लेक्स तक लगभग चार किलोमीटर की दूरी तय कर डॉक्टरों ने अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त किया, जहां वे एक सप्ताह से अधिक समय से धरने पर बैठे थे।
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ओपीडी में नहीं करेंगे काम
अनिकेत महतो ने कहा है कि जूनियर डॉक्टर आउट पेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) में काम नहीं करेंगे, लेकिन आपातकालीन और आवश्यक सेवाओं में आंशिक रूप से कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति है और लोगों को चिकित्सा की जरूरत है। इसलिए जूनियर डॉक्टर इसमें मददगार बनेंगे और राज्य के विभिन्न हिस्सों में जाकर सेवा देंगे।