पाकिस्तान (Pakistan) के सर्वाधिक अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में बेखौफ आतंकवादियों (Terrorists) ने रविवार को रूस समेत 12 देशों के राजदूतों (Ambassadors) के काफिले को निशाना बनाया। दहशतगर्दों ने काफिले की एक पुलिस सुरक्षा वैन (Police Security Van) को रिमोट कंट्रोल बम (Remote Control Bomb) से उड़ाने की कोशिश की। इस दौरान हुए धमाके में एक सिपाही की जान चली गई। पांच अन्य घायल (Injured) हो गए। घायलों को सैदु शरीफ के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी विदेशी दूत सुरक्षित बताए जा रहे हैं। उन्हें खैबर पख्तूनख्वा के कड़ी सुरक्षा में इस्लामाबाद (Islamabad) भेजा गया है।
डॉन समाचार पत्र की खबर में स्थानीय पुलिस और विदेश कार्यालय के हवाले से कहा गया है कि 12 देशों के राजनयिक प्रतिनिधिमंडल के साथ मलम जब्बा से इस्लामाबाद लौट रहे थे। तभी उनकी सुरक्षा पुलिस वैन को निशाना बनाया गया। स्वात जिला पुलिस अधिकारी जाहिदुल्ला खान के अनुसार, इस वैन को विस्फोटक उपकरण से निशाना बनाया गया। विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा है कि स्वात का दौरा करने वाले सभी राजनयिक हमले में सुरक्षित रहे और इस्लामाबाद लौट आए।
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पुलिस ने शुरू की जांच
पुलिस अधिकारी खान ने कहा कि घायल पुलिसकर्मियों को पास के अस्पताल ले जाया गया। वहां उनमें से एक ने दम तोड़ दिया। उसकी पहचान कांस्टेबल बुरहान के रूप में हुई है। घायलों में सब इंस्पेक्टर सर जमीन खान, कांस्टेबल मोहम्मद खान, हुसैन गुल, अमानुल्लाह और ड्राइवर रहमतुल्लाह शामिल हैं। विस्फोट के बाद पुलिस और सुरक्षा बलों की एक बड़ी टुकड़ी ने इलाके की घेराबंदी की और जांच शुरू की। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह स्पष्ट नहीं है कि यह रिमोट कंट्रोल बम था या कोई समयबद्ध उपकरण। खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने प्रांतीय पुलिस प्रमुख से रिपोर्ट मांगी है।
वैन में 12 देशों के राजनयिक प्रतिनिधिमंडल बैठे थे
जिला पुलिस अधिकारी खान ने बताया कि विदेशी गणमान्य व्यक्तियों को इस्लामाबाद और स्वात चैंबर्स ऑफ कॉमर्स ने हस्तशिल्प और रत्नों सहित क्षेत्र के स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए आमंत्रित किया था। प्रतिनिधिमंडल में इंडोनेशिया, पुर्तगाल, कजाकिस्तान, बोस्निया, हर्जेगोविना, जिम्बाब्वे, रवांडा, तुर्कमेनिस्तान, वियतनाम, ईरान, रूस और ताजिकिस्तान के प्रतिनिधि शामिल थे। इस्लामाबाद में रूस के दूतावास ने एक बयान में कहा कि उनके राजदूत हमले में सुरक्षित रहे। दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “22 सितंबर को राजदूत अल्बर्ट पी खोरेव ने कई अन्य राजदूतों के साथ इस्लामाबाद चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के स्वात पर्यटन शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया।”
हमले की चारों ओर निंदा
राष्ट्रपति आसिफ जरदारी, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और गृहमंत्री मोहसिन नकवी ने हमले की निंदा की है। राष्ट्रपति भवन के बयान के अनुसार, जरदारी ने पुलिस कांस्टेबल को श्रद्धांजलि भी दी। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना भी व्यक्त की और विस्फोट में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। राष्ट्रपति ने कहा, “आतंकवादी तत्व न केवल देश और राष्ट्र के बल्कि मानवता के भी दुश्मन हैं।” अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। प्रधानमंत्री इस समय लंदन में हैं। विदेश मंत्री इशाक डार के कार्यालय से जारी बयान में कहा गया, “हमारी संवेदनाएं मारे गए और घायल पुलिसकर्मी के परिवारों के साथ हैं। हम अपने कानून प्रवर्तन अधिकारियों का सम्मान करते हैं जो आतंकवादियों के सामने अडिग रहते हैं।
अन्य खबरों में बताया गया है कि घटनास्थल पर भारी पुलिसबल अभी भी तैनात है। किसी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सभी राजदूतों ने मिंगोरा में चैंबर ऑफ कॉमर्स के कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इसके बाद वे मालम जब्बा जा रहे थे। तभी शेराबाद में यह धमाका हुआ।
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