देश में कोरोना उफान पर है। इससे लोगों के साथ ही सरकारें भी चिंतित हैं। इस बीच कुछ अच्छी और दिल को तसल्ली तथा प्रेरणा देने वाली खबरें भी आ रही हैं। इसी क्रम में एक प्रेरणादायी खबर महाराष्ट्र से आई है। यहां एक बुजुर्ग दंपति ने इस खतरनाक वायरस के खिलाफ जंग में जीत हासिल की है।
महाराष्ट्र के लातूर के 105 साल के धेनु चव्हाण उम्मीदों को जगा रहे हैं। उनकी पत्नी मोताबाई चव्हाण भी 95 वर्ष की हैं। इस दंपति ने कोरोना से जंग जीतकर हजारों-लाखों लोगों के सामने एक उदाहरण पेश किया है। दोनों कोरोना से रिकवर होकर घर लौट गए हैं।
ऐसे जीती कोरोना से जंग
105 साल के धेनु और इनकी पत्नी की कोविड रिपोर्ट 24 मार्च को पॉजिटिव आई थी। इनके तीन बच्चे भी संक्रमित थे। डर के माहौल में इन दोनों को विलासराव देशमुख इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में दाखिल कराया गया। दोनों ने 9 दिन आईसीयू में गुजारे और फिर कोरोना से जंग जीत ली।
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पेश किया उदाहरण
आज जब कम उम्र के लोग भी कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद घबरा जाते हैं, इस स्थिति में लातूर के इस बुजूर्ग दंपति ने कोरोना से जंग जीतकर उनके सामने एक बड़ा उदाहरण पेश किया है। लोगों को इनसे सीख लेकर संक्रमित हो जाने पर डॉक्टरों की सलाह के साथ ही कोरोना के सामान्य दिशानिर्देशों का पालन करते हुए अपना मनोबल बनाए रखना चाहिए।