Haryana Congress: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर घमासान जारी है। पार्टी सांसद कुमारी सैलजा क पिछले दिनों राज्य में दलित मुख्यमंत्री की बात कह कर कांग्रेस की राजनीति में चर्चा में आई थी। उन्होंने कहा था कि ये बात सही है कि मुख्यमंत्री का चयन विधायक करते हैं। लेकिन यदि हाई कमान चाहेगा तो दलित मुख्यमंत्री बनने में क्या हर्ज है। सब हाई कमान पर निर्भर करता है।
कुमारी सैलजा ने दलित कार्ड खेलकर कांग्रेस को फंसा दिया है। राहुल गांधी के साथ असंध करनाल में हुई रैली में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ मंच साझा करने के बाद भी कुमारी सैलजा मानने को तैयार नहीं हैं।
कांग्रेस आलाकमान लाचार
कांग्रेस के ही कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा जातिगत व निजी टिप्पणियां के जाने के बाद से कुमारी सैलजा के समर्थकों में गुस्सा है। कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला भी कुमारी सैलजा के सुर में सुर मिला रहे हैं। इस कारण पार्टी हाई कमान को पसीना आने लगा है।
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बीजेपी को मिल सकता है लाभ
बीजेपी के बड़े नेता कुमारी सैलजा के अपमान को दलितों का अपमान बता रहे हैं। भाजपा नेताओं का कहना है कि यह कोई पहला मौका नहीं है कि कांग्रेस ने दलितों का अपमान किया है। इससे पहले अशोक तंवर भी कांग्रेस पार्टी को छोड़ चुके हैं। यहां तक कि कांग्रेस की गुटबाजी रोकने में राहुल गांधी नाकाम हो रहे हैं। इसका फायदा बीजेपी को मिलना तय है।