Maharashtra: महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) ने 30 सितंबर (सोमवार) को एक आदेश जारी कर गाय (Cow) को ‘राज्य माता’ (Rajya Mata) घोषित किया। सरकार ने भारतीय परंपरा में गायों के सांस्कृतिक महत्व (Cultural Importance) का हवाला देते हुए यह कदम उठाया।
आधिकारिक आदेश में एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व वाली सरकार ने कहा कि गाय भारतीय परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही है और प्राचीन काल से ही इसका आध्यात्मिक, वैज्ञानिक और सैन्य महत्व रहा है।
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देशी गायों की घटती संख्या पर चिंता
भारत भर में पाई जाने वाली गायों की विभिन्न नस्लों पर प्रकाश डालते हुए महाराष्ट्र सरकार ने देशी गायों की घटती संख्या पर भी चिंता जताई। अपने आधिकारिक आदेश में सरकार ने कृषि में गाय के गोबर के उपयोग पर भी जोर दिया, जिससे मनुष्य को मुख्य भोजन के रूप में पोषण मिलता है।
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धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
गाय और उसके उत्पादों से जुड़े सामाजिक-आर्थिक कारकों के साथ-साथ धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को ध्यान में रखते हुए सरकार ने पशुपालकों को देशी गायों को पालने के लिए प्रोत्साहित किया। गौरतलब है कि भारत में गाय को माता का दर्जा दिया जाता है और हिंदू धर्म में इसकी पूजा की जाती है। इसके अलावा, इसके दूध, मूत्र और गोबर को पवित्र माना जाता है और इनका भरपूर उपयोग किया जाता है। गाय का दूध मानव शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है, जबकि गोमूत्र से कई बीमारियों के इलाज का दावा किया जाता है।
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