प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंत्रीमंडल के सहयोगियों के संग मंथन करेंगे। यह मंथन शुक्रवार 30 अप्रैल 2021 को 11 बजे होगा। इस निर्णय को लेकर बड़ी आशाएं हैं कि इसमें कोई बड़ा निर्णय लिया जा सकता है।
प्रधानमंत्री कोविड 19 नियंत्रण को लेकर लगातार मंत्रिमंडल के सहयोगियों, राज्य सरकार और प्रशासन के संपर्क में हैं। इस कार्य में सेना की भी सहायाता ली जा रही है। सरकार त्रिस्तरीय सूत्र पर कार्य कर रही है। जिसमें पहला है कोरोना संक्रमण से ग्रसित लोगों का उपचार है तो दूसरा है स्वास्थ्य संसाधन की कमी से जूझ रहे अस्पतालों को साधन उपलब्ध कराना और तीसरा है जनता का टीकाकरण।
सेना अधिकारियों से भेंट
कैबिनेट बैठक के पहले प्रधानमंत्री ने थल सेना और वायु सेना प्रमुख से भेंट की थी। इस बैठक में दोनों सेना प्रमुखों ने कोरोना संक्रमितों के उपचार लिए कोविड सेंटर के संचालन, अस्पतालों में सेना के स्वास्थ्य कर्मियों को सम्मिलित करना और कोरोना संक्रमितों के लिए ऑक्सीजन, व अन्य संसाधनों की आपूर्ति के लिए किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी।
मुख्यमंत्रियों से वर्चुअल चर्चा
प्रधानमंत्री ने कोविड 19 संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी चर्चा की थी। जिसके बाद कई कदम उठाए गए हैं। उस बैठक के बाद उठाए गए कदमों पर की समीक्ष हो सकती है।
रेलवे का कार्य उल्लेखनीय
कोरोना संक्रमण काल में रेलवे ने ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण करके उल्लेखनीय कार्य कर रही है। रेलवे ने लगभग 64,000 बेड साथ लगभग 4,000 आइसोलेशन कोचों को तैनात किया है। इन आइसोलेशन कोचों को आसानी से भारतीय रेल नेटवर्क पर मांग के स्थानों पर तैनात किया जा सकता है।
ये भी पढ़ें – एग्जिट पोल्सः पश्चिम बंगाल में भाजपा को बड़ा फायदा, लेकिन टीएमसी की जीत की हैट्रिक!
वहीं राज्यों की मांग के अनुसार वर्तमान में कोविड मरीजों की देखभाल के लिए विभिन्न राज्यों को 2,990 बेड की क्षमता के साथ 191 कोच सौंपे गए हैं। मौजूदा समय में आइसोलेशन कोचों का इस्तेमाल दिल्ली, महाराष्ट्र (अजनी आईसीडी, नांदरूबार), मध्य प्रदेश (इंदौर के करीब तीही) में किया जा रहा है। रेलवे ने उत्तर प्रदेश के बड़े शहरों जैसे फैजाबाद, भदोही, वाराणसी, बरेली और नजीबाबाद में भी 50 कोच लगाए हैं। इन कार्यों की भी विस्तृत रिपोर्ट पेश की जा सकती है।
Join Our WhatsApp Community