कोलकाता में 8,000 से अधिक पौधों वाला यह दुर्गा पंडाल आपको चकित कर देगा।
कोलकाता के लालबागान नबांकुर ने पर्यावरण-अनुकूल थीम के साथ मनाई जा रही 65वीं वर्षगांठ।
लालाबागान नबांकुर समिति ने प्रकृति की सुंदरता को दर्शाने के लिए पंडाल को सावधानीपूर्वक डिज़ाइन किया है, जिससे पारंपरिक उत्सव का माहौल हरे-भरे स्वर्ग में बदल गया है।
पर्यावरण बचाओ और जीवन बचाओ का संदेश दे रहा ये दुर्गा पंडाल।
पौधों की शानदार प्रदर्शनी के अलावा, पंडाल का निर्माण बायोडिग्रेडेबल सामग्रियों का उपयोग करके किया गया है, जिससे पर्यावरण पर न्यूनतम प्रभाव सुनिश्चित होता है।
उत्सव समाप्त होने के बाद, पंडाल में इस्तेमाल किए गए सभी पौधों को स्थानीय नर्सरी में स्थानांतरित कर दिया जाएगा, जहाँ वे पनपते रहेंगे और शहरी हरियाली में योगदान देंगे।