Assembly election results: हरियाणा में परिणाम आने में अब कुछ ही घंटे शेष रह गए हैं। 8 अक्टूबर को मतगणना के साथ ही राजनीतिक सीनियरियों सामने आने लगेगा। इस बीच कांग्रेस को अपनी जीत की उम्मीद है। इस कारण पार्टी मुख्यमंत्री पद के दावेदारों को साधने की कवायद में जुट गई है। तमाम एग्जिट पोल हरियाणा में कांग्रेस को बहुमत दिखा रहे हैं। हालांकि बहुमत मिलने के बाद भी कांग्रेस के लिए सररकार बानाना और चलाना आसान नहीं रहेगा।
कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा मुख्यमंत्री पद के लिए अपने नाम का दावा कर रही है। दूसरी तरफ रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी मोर्चा खोल रखा है। हरियाणा मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर प्रदेश के दिग्गजों की तगड़ी प्रतिस्पर्धा से निपटने में कांग्रेस के पसीने छूट रहे हैं। सवाल है कि अभी से कांग्रेस में लड़ाई का यह आलम है तो आगे क्या होगा?
वेणुगोपाल और माकन को जिम्मेदारी
हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की शीर्ष रणनीति का संचालन केशव वेणुगोपाल और अजय माकन कर रहे हैं। समझा जा रहा है की मुख्यमंत्री पद के चयन में दोनों नेताओं की चलेगी। लेकिन विधायकों की राय लेने के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों को भेजा जाएगा ।
कांग्रेस हाई कमान और विधायक होंगे आमने-सामने
कुमारी शैलजा ने कहा है कि विधायक दल के नेता का चुनाव पार्टी आलाकमान को करना चाहिए। लेकिन भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट का कहना है कि नतीजे आने के बाद विधायक ही वह अपना नेता का चुनाव करें। जैसा की भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने समर्थकों को अधिक टिकट दिलाने में कामयाब रहे हैं। क्या कुमारी शैलजा के नाम पर हुड्डा गुट राजी होगा? यह सबसे बड़ा सवाल है।
बीजेपी के लिए अंतिम दांव
हरियाणा के निवर्तमान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा है कि भाजपा तीसरी बार सरकार बनाएगी। एग्जिट पोल झूठ साबित होंगे। उन्होंने दावा किया कि भाजपा के पास खास इंतजाम है। जिसका इस्तेमाल भाजपा करेगी। देखना होगा गुटबाजी में फंसी कांग्रेस किसे मुख्यमंत्री बनाती है या फिर सैनी के दावे पर मुहर लगती है और भाजपा की तीसरी बार सरकार बनती है।