Sanjay Raut: हरियाणा में क्यों हारी कांग्रेस? ‘सामना’ ने बताया ये कारण

महाविकास अघाड़ी जीतेगी महाराष्ट्र की लड़ाई! लेकिन सामना की प्रस्तावना में कहा गया है कि राज्य के कांग्रेस नेताओं को हरियाणा के नतीजों से बहुत कुछ सीखना है।

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Sanjay Raut: हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Elections) परिणाम हाल ही में घोषित किए गए हैं। हरियाणा विधानसभा (Haryana Assembly) में कांग्रेस (Congress) हार गई। इसके बाद कांग्रेस बैकफुट (Congress backfoot) पर आ गई है। इसी पृष्ठभूमि में ठाकरे गुट (Thackeray faction) ने कांग्रेस को खरी-खोटी सुनाई है।

महाविकास अघाड़ी जीतेगी महाराष्ट्र की लड़ाई! लेकिन सामना की प्रस्तावना में कहा गया है कि राज्य के कांग्रेस नेताओं को हरियाणा के नतीजों से बहुत कुछ सीखना है।

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बीजेपी विरोधी माहौल
सामना के पहले पन्ने पर कहा गया है कि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे बीजेपी-कांग्रेस के लिए चौंकाने वाले हैं। हरियाणा में कांग्रेस की हार आत्मविश्वास की कमी और स्थानीय नेताओं की नाफरमानी के कारण देखी जा रही है। कोई भी मजबूती से नहीं कह रहा था कि हरियाणा में दोबारा बीजेपी की सरकार आएगी। कुल मिलाकर माहौल यह था कि कांग्रेस की जीत एकतरफ़ा होगी; लेकिन कांग्रेस को सीखना होगा कि जीत की पारी को हार में कैसे बदला जाए। हरियाणा में बीजेपी विरोधी माहौल था। ऐसा माहौल था कि बीजेपी के मंत्रियों और उम्मीदवारों को हरियाणा के गांवों में घुसने नहीं दिया जा रहा था। हालांकि, हरियाणा के नतीजे कांग्रेस के खिलाफ गए।

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कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन को बहुमत
वहीं, जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन ने बहुमत हासिल कर लिया और बीजेपी का सपना चकनाचूर कर दिया। ढोल बजाया गया कि कश्मीर की जनता मोदी-शाह को ही वोट देगी। पांच साल पहले अमित शाह ने घोषणा की थी कि उन्होंने अनुच्छेद 370 हटाकर एक क्रांतिकारी कदम उठाया है। मोदी-शाह कश्मीर से धारा 370 हटाकर अखंड भारत के सपने को साकार करने का नाटक कर रहे थे, लेकिन कश्मीर में आतंकवाद खत्म नहीं कर सके। प्रधानमंत्री मोदी को कश्मीर के लोगों ने खारिज कर दिया और हरियाणा में स्थिति अनुकूल होने के बावजूद कांग्रेस फायदा नहीं उठा सकी। कांग्रेस के साथ ऐसा हमेशा होता है।’ मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में एक तरह का माहौल था कि बीजेपी सत्ता में नहीं आएगी, लेकिन कांग्रेस पार्टी की अंदरूनी अव्यवस्था बीजेपी की राह पर भारी पड़ गई। सवाल खड़ा हो गया है कि क्या मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा में कांग्रेस पार्टी की नैया डुबो दी है। ये बात मैच की प्रस्तावना से कही गई है।

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