हरियाणा (Haryana) में कांग्रेस (Congress) को मिली हार के बाद गुटबाजी चरम पर पहुंच गई है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट (Bhupendra Singh Hooda Faction) और कुमारी शैलजा गुट (Kumari Selja Faction) आमने-सामने आ गए हैं। शैलजा गुट के असंध विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी शमशेर सिंह गोगी ने कहा की उनको भाजप (BJP) के उम्मीदवार ने नहीं हराया। बल्कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा के उम्मीदवार ने हराया है। उन्होंने पार्टी आलाकमान (High Command) से इसकी जांच करने की मांग की है।
हरियाणा कांग्रेस ने भाजपा गई, और कांग्रेस आई का नारा चुनाव प्रचार में खूब लगाया था। लेकिन अब कांग्रेस के नेताओं ने नारा बदल दिया है। अब कहां जा रहा है कि भाजपा आई, कांग्रेस ही लाई। हरियाणा में हार के बाद कांग्रेस का व्यवहार यही बताता है कि उसे ना तो जीत पचती है और ना ही हार हजम होती है। लोकसभा चुनाव में 99 सीटे जीतने पर वह ऐसे पेश आ रही थी जैसे उसने बहुमत हासिल कर लिया है। अब हरियाणा में भाजपा को तीसरी बार सत्ता हासिल करने का मौका देने वाली कांग्रेस अपनी गलतियों पर गौर करने के बजाय एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ रहे हैं।
यह भी पढ़ें – Bharat Ratna For Ratan: शिंदेसेना ने उद्योगपति रतन टाटा के लिए भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार की मांग, यहां पढ़ें
चुनाव आयोग पर आरोप
हरियाणा में अपनी गलतियों से जीती बाजी हारने वाली कांग्रेस ने जिस तरह यह कहा कि उसे चुनाव नतीजे स्वीकार नहीं और उसके नेता मतगणना में कथित गड़बड़ी का रोना रोते हुए जिस प्रकार चुनाव आयोग के दरवाजे पहुंच गए। उससे खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे वाली कहावत ही चरितार्थ होती दिख रही है। कांग्रेस आलाकमान चुनाव हार के लिए आयोग पर सवाल खड़े कर रहा है। दूसरी तरफ शैलजा गुट कांग्रेस की हार के लिए भूपेंद्र सिंह हुड्डा को जिम्मेदार मान रहा है।
देखें यह वीडियो –
Join Our WhatsApp Community