Earthquake: भूकंप से हिला हिमाचल प्रदेश, जानिये कितनी थी तीव्रता और कहां था केंद्र

हिमाचल प्रदेश भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील जोन 4 व 5 में शामिल है। यहां कई वर्षों से भूकंप के हल्के झटके महसूस किए जाते रहे हैं।

310

Earthquake: हिमाचल प्रदेश(Himachal Pradesh:) में तीन दिन के भीतर दूसरी बार भूकंप के झटके(Earthquake tremors) लगे हैं। मंडी जिले(Mandi district) में 15 अक्टूबर को दोपहर भूकंप के झटकों से धरती हिली। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.3(Intensity 3.3 on Richter scale) रही है। मंडी में किसी तरह के नुकसान की रिपोर्ट नहीं(No damage reported) है।

मौसम विज्ञान ने दी जानकारी
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक भूकंप के झटके दोपहर 12 बजकर 1 मिनट पर कुछ सेकंड तक महसूस हुए। इसका असर मंडी जिला से सटे इलाकों में भी महसूस किया गया। भूकंप का केंद्र मंडी में 31.74 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 76.86 डिग्री पूर्वी देशांतर पर रहा और इसकी गहराई जमीन की सतह से पांच किलोमीटर नीचे दर्ज किया गया। भूकंप के झटकों के कारण किसी तरह का जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि भूकम्प की तीव्रता कम होने की वजह से मंडी में किसी तरह के नुकसान की रिपोर्ट नहीं है।

रिक्टर स्केल पर 3 की तीव्रता
हिमाचल प्रदेश में भूकंप का लगातार आना लोगों को दहशत में डाल रहा है। पिछले कई सालों से यहां भूकम्प के झटके लग रहे हैं। इससे पहले बीते 12 अक्टूबर को शिमला में रिक्टर स्केल पर 3 की तीव्रता का भूकंप आया था। इसका केंद्र शिमला जिले के रोहड़ू उपमण्डल के चिडग़ांव में दर्ज किया गया था। हालांकि इस दौरान किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ था।

अति संवेदनशील जोन 4 व 5 में शामिल
उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील जोन 4 व 5 में शामिल है। यहां कई वर्षों से भूकंप के हल्के झटके महसूस किए जाते रहे हैं। सन 1905 में कांगड़ा व चम्बा जिलों में आये विनाशकारी भूकंप से 10 हज़ार से अधिक लोग मारे गए थे।

Baba Siddique Murder Case: मुंबई पुलिस ने एक और आरोपी को किया गिरफ्तार, हत्या की साजिश में था शामिल

 न्यूनतम पारा 3 डिग्री तक गिरा
प्रदेश में पिछले एक पखवाड़े से मौसम शुष्क बना हुआ है। मौसम विभाग ने अगले एक हफ्ते तक बारिश-बर्फबारी की संभावना से इंकार किया है। आगामी 21 अक्टूबर तक मौसम शुष्क बना रहेगा। प्रदेश में दिन में धूप खिलने से अधिकतम तापमान सामान्य बना हुआ है। हालांकि न्यूनतम तापमान में गिरावट आने से रातें ठंडी होने लगी हैं। जनजातीय इलाकों में न्यूनतम पारा तीन डिग्री से नीचे चला गया है। मंगलवार को लाहौल-स्पीति जिला का कुकुमसेरी सबसे ठंडा स्थल रहा, जहां रात का तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। इसके अलावा केलंग में 3 डिग्री, कल्पा में 5.9 डिग्री, समधो में 6.4 डिग्री, मनाली में 8.2 डिग्री और शिमला में 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.