Ministry of External Affairs:विदेश मंत्रालय ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो(Canadian Prime Minister Justin Trudeau) के भारत विरोधी प्रलाप(Anti-India rant) को लेकर कहा है कि वे बिना किसी सबूत और तथ्यों के अपने आरोप दोहरा रहे हैं। ऐसे आरोप पूरी तरह निराधार(Allegations completely baseless) हैं।
आरोपों को किया खारिज
विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने ट्रूडो के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने 14 अक्टूबर को अपनी पत्रकार वार्ता में अपनी पुरानी बातों और तर्कों को दोहराया। कनाडा के सभी अधिकारी एक ही दावा कर रहे हैं कि हमने विश्वसनीय साक्ष्य प्रस्तुत किए हैं और यही बात कनाडा के प्रभारी उच्चायुक्त ने भी लगाए हैं। ये दावे सही नहीं हैं।
नहीं उपलब्ध कराई गईन अधिक जानकारी
सूत्रों ने कहा कि कनाडा की पुलिस आरसीएमपी ने प्रेस वार्ता में कुछ व्यक्तियों के भारत से संबंध के बारे में दावे किए थे। किसी भी मामले में उनकी ओर कोई विशेष जानकारी उपलब्ध नहीं करायी गई। कनाडा के अधिकारी इस बात पर जोर देते हैं कि मामले में जवाबदेही तय होनी चाहिए लेकिन यह स्पष्ट नहीं करते कि किस मामले में किसे जवाबदेह बनाया जाए।
मंत्रालय सूत्रों ने इस बात पर आश्चर्य जताया है कि पिछले साल उच्चायुक्त (संजय वर्मा) के साथ विस्तार से मामले पर विचार-विमर्श के बाद अब कनाडाई सरकार उन्हें निशाना बना रही है।
भारत के साथ जारी राजनयिक टकराव
उल्लेखनीय है कि कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने दो मंत्रियों के साथ 14 अक्टूबर को एक पत्रकार वार्ता की थी। इसमें भारत के साथ जारी राजनयिक टकराव और कनाडा में भारतीय एजेंसियों के हस्तक्षेप के बारे में आरोपों को दोहराया गया था। प्रेसवार्ता में विदेश मंत्री मेलानी जोली ने कहा था कि भारत पर दवाब बनाने के लिए कनाडा जी7 सहित सभी सहयोगी देशों के साथ विचार-विमर्श करेगा। यह पूछे जाने पर कि क्या कनाडा की ओर से भारत पर प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं, उन्होंने कहा कि हमारे लिए सभी विकल्प खुले हैं।