Bahraich Murder: एनकाउंटर पर तकरार, विपक्ष को हत्यारों से प्यार!

बहराइच के महाराजगंज में हुई हिंसा में राम गोपाल मिश्रा नामक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिसके बाद आक्रोशित हिंदू भीड़ सरकार से न्याय की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आई।

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-अमन दुबे

Bahraich Murder: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बहराइच (Bahraich) जिले में (13 अक्टूबर) कुछ मुसलमानों (Muslims) ने एक हिंदू लड़के की बेरहमी से हत्या (murder of a Hindu boy) कर दी। मामला बस इतना था कि हिंदू लोग उनके मोहल्ले से देवी दुर्गा की मूर्ति को विसर्जन के लिए ले जा रहे थे। सांप्रदायिक हिंसा (communal violence) के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

हिंदू युवक की हत्या के बाद तनाव
बहराइच के महाराजगंज में हुई हिंसा में राम गोपाल मिश्रा नामक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिसके बाद आक्रोशित हिंदू भीड़ सरकार से न्याय की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आई। इसके चलते पूरे जिले में इंटरनेट बंद कर दिया गया और जिले में पुलिस समेत सुरक्षा बलों की कई टुकड़ियां तैनात कर दी गईं। हिंदुओं को बदनाम करने के लिए मुसलमानों ने बहराइच में खूब उत्पात मचाया, जिसकी आड़ में अराजक तत्वों ने आगजनी और तोड़फोड़ की।

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मुसलमानों ने शुरू किया हिंसा का खेल
गौरतलब है कि मुस्लिम समुदाय के लोगों का आरोप है कि डीजे की धुन पर लोग नारे लगा रहे थे। जब मुस्लिम समुदाय के लोगों ने गाना बंद करने को कहा तो दोनों समुदाय के लोगों के बीच कहासुनी हो गई। देखते ही देखते मारपीट, पथराव और फायरिंग शुरू हो गई। इस फायरिंग में राम गोपाल मिश्रा नामक युवक की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। इस घटना के बाद हिंदू समुदाय के लोग भड़क गए। हिंदू समुदाय के लोगों को बदनाम करने के लिए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सरकारी संपत्ति, दुकानों, घरों और वाहनों में आग लगाना शुरू कर दिया।

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दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख जताया है और पीड़ित परिवार को भरोसा दिलाया है कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। सीएम योगी ने पीड़ित परिवार को तत्काल 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को पीड़ित परिवार को आवास, शौचालय और आयुष्मान समेत सभी सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के भी निर्देश दिया।

सीएम से मुलाकात के दौरान राम गोपाल मिश्रा के माता-पिता, पत्नी और भाई मौजूद थे। मुलाकात के बाद राम गोपाल मिश्रा के भाई किशन ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री से वह सब कुछ मिला, जिसकी उन्हें जरूरत थी। पूरे परिवार को भरोसा है कि उन्हें न्याय मिलेगा। उन्होंने कहा कि सीएम योगी ने आश्वासन दिया है कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीएम के आश्वासन से वे संतुष्ट हैं।

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आरोपियों को दी जाये सख्त सजा
हिंदू युवक रामगोपाल मिश्रा की की मौत के बाद बवाल बढ़ गया। परिवार के लोग उनके शव के साथ प्रदर्शन करने लगे और उनके साथ अन्य लोग भी थे। परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था। लेकिन प्रशासन के समझाने के बाद परिजन मान गए और अंतिम संस्कार कर दिया। इस दौरान मुस्लिम दंगाइयों ने कई घरों को आग के हवाले कर दिया।

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दोषियों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन
गौरतलब है कि घटना का संज्ञान लेने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सचिव (गृह) संजीव गुप्ता और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अमिताभ यश 14 अक्टूबर को बहराइच जिले में पहुंचे। उन्होंने मोर्चा संभाला। दंगाइयों को खदेड़ दिया गया। इसके बाद धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो गई है। हालांकि अभी भी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

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हत्या पर विपक्ष मौन
सरेआम एक हिंदू युवक की हत्या कर दी जाती है लेकिन विपक्ष इस पर कुछ नहीं बोलता। पीड़ित परिवारों से मिलने कोई नहीं जाता। सपा प्रमुख अखिलेश यादव एक तरफ परिवार के साथ खड़े होने का वादा करते हैं तो दूसरी तरफ राज्य सरकार और प्रशासन पर सवाल भी उठाते हैं। उन्होंने कहा कि अगर बहराइच में जुलूस निकालने की अनुमति ली गई थी तो उसे शांतिपूर्ण तरीके से क्यों नहीं निकाला गया?

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अखिलेश यादव पर निशाना
अखिलेश यादव के सवालों पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि आपके पिता ने भले ही हिंदुओं और कारसेवकों पर गोली चलवाई हो, लेकिन क्या देश का बंटवारा हिंदू और मुस्लिम धर्म के आधार पर हुआ था? मैं आपसे पूछ रहा हूं कि क्या ऐसा बहराइच के लिए हुआ, मैं कहता हूं कि अगर ये साजिश है तो ये अखिलेश की साजिश है।

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विपक्ष के दिल में आरोपियों के लिए जगह
एआईएमआईएम पार्टी के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार (17 अक्टूबर) को कहा कि बहराइच हिंसा के आरोपियों के पुलिस द्वारा किए गए “एनकाउंटर” की सच्चाई जानना मुश्किल नहीं है। योगी की “ठोक देंगे” नीति के बारे में सभी जानते हैं। ओवैसी ने आगे कहा कि अगर पुलिस के पास इतने सबूत होते तो आरोपियों को कानूनी सजा दिलाने की कोशिश की जाती। अखिलेश ने कहा कि अगर एनकाउंटर से राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति सुधरती तो यूपी ज्यादातर राज्यों से बहुत आगे होता। अखिलेश यादव ने कहा है कि एनकाउंटर और हाफ एनकाउंटर लोगों को डराने के लिए होते हैं।

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पुलिस कर रही अपना काम
असदुद्दीन ओवैसी के ट्वीट पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि जब पुलिस किसी को गिरफ्तार करने जाती है और कोई पुलिस पर गोली चलाता है तो क्या पुलिस उसे माला पहनाएगी या फूल बरसाएगी? पुलिस हमेशा आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को गिरफ्तार करने जाती है, अगर वो कुछ करते हैं तो पुलिस गोली चलाती है, पुलिस को उन्हें जिंदा या मुर्दा गिरफ्तार करना पड़ता है। क्या पुलिस उन लोगों का आधार कार्ड चेक करेगी जो उन पर हमला करते हैं?

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दो आरोपियों से मुठभेड़
यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि पुलिस जब गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों को भारत-नेपाल सीमा के पास हथियार बरामदगी के लिए ले जा रही थी, तभी दो आरोपियों ने भागने की कोशिश की। भागने की कोशिश में गोली चली। इस दौरान मोहम्मद सरफराज और मोहम्मद तालिब घायल हो गए। अब्दुल हमीद, फहीम और अब्दुल अफजल को गिरफ्तार किया गया। कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

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गल्ती हो गई सरः आरोपी
हत्या के मुख्य आरोपी सरफराज और तालीम को मुठभेड़ में पैर में गोली लगी है, जिसके बाद अब उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं, मुठभेड़ के बाद का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दोनों आरोपी कहते सुनाई दे रहे हैं कि वे ऐसा दोबारा कभी नहीं करेंगे। वायरल वीडियो में एक पुलिसकर्मी को कहते सुना जा सकता है, “तुम्हें भागना नहीं चाहिए था, तुम गलत कर रहे हो, तुम हम पर गोलियां भी चला रहे हो।” इसके जवाब में आरोपी कहते सुने जा सकते हैं कि हमसे गलती हो गई, अब हम ऐसा दोबारा कभी नहीं करेंगे। हमें लगा कि हम मौके से भाग जाएंगे लेकिन गलती हो गई। इस पर एक पुलिसकर्मी ने कहा कि तुम पहले भी अपराध कर चुके हो और फिर से गलती कर रहे हो।

यह वीडियो भी देखें-

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