Guwahati: पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस का इंजन चलते समय 19 अक्टूबर को ट्रेन के बाकी हिस्सों से अलग हो गया। इंजन डिब्बों से अलग हो गया, जिससे डिब्बे ट्रैक पर ही रह गए और इंजन आगे बढ़ गया। अचानक इंजन के अलग होने से यात्री दहशत में हो गए। गाड़ी में सिलचर से दिल्ली तक के यात्री सवार थे।
लोको बदले जाने के तुरंत बाद इंजन अलग हुआ
घटना के संदर्भ में पूछे जाने पर पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी के किशोर शर्मा ने बताया कि ऐसा नहीं था कि चलती हुई गाड़ी का इंजन गाड़ी से अलग हो गया था। उन्होंने कहा कि लुमडिंग जंक्शन पर गाड़ियों का लोको बदला जाता है। लोको बदले जाने के तुरंत बाद इंजन अलग हुआ। तुरंत ही इसे जोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि इस कारण गाड़ी कुल 16 मिनट लेट हुई। यानी 16 मिनट के अंदर अटैच कर इसे फिर से रवाना कर दिया गया। उन्होंने कहा कि इस घटना को कुछ बढ़ा चढ़ाकर पेश किया जा रहा है।
टल गया बड़ा हादसा
ज्ञात हो कि इंजन के अलग होने के बावजूद किसी भी प्रकार की दुर्घटना नहीं हुई। यह घटना लुमडिंग जंक्शन के पास हुई। इंजन अलग होते ही रेलवे अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई की। रेलवे अधिकारियों ने इंजन अलग होने की इस घटना को गंभीरता से लिया है और भविष्य में इससे सीख लेकर लेकल लोको बदलने में अतिरिक्त सावधानी बरती जाएगी।
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भयभीत दिखे यात्री
इसी बीच, इस घटना को लेकर ट्रेन में सवार यात्रियों में कुछ देर के लिए दहशत पैदा हो गया। हालांकि, इस घटना में किसी के हताहत होने या घायल होने की कोई खबर नहीं है। उल्लेखनीय है कि 17 अक्टूबर को भी डिमा हसाओ में अगरतला एक्सप्रेस ट्रेन पटरी से उतर गई थी। हालांकि, इस घटना में भी कोई हताहत नहीं हुआ था। फिर भी एक के बाद एक हो रही इस प्रकार की घटनाओं से सीख लेने की जरूरत है।