Mumbai: ऐसा सुनने में आ रहा है कि उबाठा शिव सेना में कुछ लोग विधानसभा चुनाव में शिव सेना के उम्मीदवारों को कमजोर उम्मीदवार देने के लिए काम कर रहे हैं। ऐसी चर्चा पिछले कुछ दिनों से शिव सेना के पदाधिकारियों से सुनने को मिल रही है। ऐसा कहा जा रहा है वे मातोश्री पर वजन रखने वाले व्यक्ति से हाथ मिलाकर इस कमजोर उम्मीदवार को देने की कोशिश कर रहे हैं। चूंकि इस तरह की कोशिश कई जगहों पर चल रही है, इसलिए कहा जा रहा है कि शिवसेना उबाठा मजबूत उम्मीदवारों के बजाय कमजोर उम्मीदवारों के नाम मातोश्री में लाने की कोशिश कर रही है।
Gang war: बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद मुंबई में फिर गैंगवार? इस गैंग के फिर से सक्रिय होने के आसार
उद्धव देख रहे हैं सीएम बनने का सपना
महाविकास अघाड़ी में शामिल उबाठा के नेता उद्धव ठाकरे जहां आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का सपना देख रहे हैं, वहीं बताया जा रहा है कि इस पार्टी के कुछ नेता अपनी पुरानी दोस्ती बरकरार रखने के लिए गुपचुप तरीके से शिवसेना( शिंदे गुट) के मौजूदा विधायकों की मदद कर रहे हैं। हालांकि, शिव सेना और उबाठा शिव सेना के पास 36 का आंकड़ा है, लेकिन पुरानी दोस्ती की कुछ नमी अभी भी काम कर रही है, ऐसा खुद शिवसैनिकों से सुनने में आ रहा है कि मातोश्री में पहुंच रखने वाले कुछ नेता इसके लिए प्रयास कर रहे है। यह मुंबई की कुछ अहम सीटों पर पुरानी दोस्ती बरकरार रखने की कोशिश है, हालांकि अपने उम्मीदवारों का ऐलान करते वक्त भी उद्धव ठाकरे काफी सतर्क नजर आ रहे हैं।