Assembly elections: आम आदमी पार्टी ने फैसला किया है कि पार्टी महाराष्ट्र और झारखंड के चुनाव नहीं लड़ेगी। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बताया कि अरविंद केजरीवाल दूसरी पार्टियों के लिए चुनाव प्रचार करेंगे। लेकिन सूत्रों का कहना है कि महाराष्ट्र और झारखंड में आम आदमी पार्टी को उम्मीदवार ही नहीं मिले, इस कारण उसने इन प्रदेशों के विधानसभा चुनाव में नहीं उतरने का निर्णय लेकर सेफ गेम खेलने में ही अपनी भलाई समझी।
सिकुड़ रहा है जनाधार
हरियाणा विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद आम आदमी पार्टी ने महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव लड़ने से तौबा कर ली है। आगामी 13 और 20 नवंबर को झारखंड के साथ महाराष्ट्र के चुनाव होने हैं। आम आदमी पार्टी ने बताया कि महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के लिए शिवसेना यूबीटी, राष्ट्रवादी कांग्रेस शरद पवार गुट और समाजवादी पार्टी ने पार्टी से केजरीवाल को चुनाव प्रचार में बुलाने के लिए संपर्क किया है।
झामुमो का करेंगे चुनाव प्रचार
पार्टी सूत्रों ने बताया कि अरविंद केजरीवाल झारखंड विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा के चुनाव प्रचार में भी जाएंगे। लेकिन राजनीतिक जानकारों का कहना है की हरियाणा में आशा अनुरूप नतीजा नहीं मिलने के कारण आम आदमी पार्टी ने यह फैसला किया है। दिल्ली में भी शराब घोटाले में केजरीवाल समेत कई बड़े नेताओं की जमानत जब्त होने के बाद आम आदमी पार्टी ने फिलहाल अपने बिस्तार के कार्यक्रम को रोक दिया है।
दिल्ली को बचाने की लड़ाई
दिल्ली में बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस ने भी आम आदमी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ऐसे में आम आदमी पार्टी दिल्ली में अपना किला बचाने में जुट गई है। दिल्ली में प्रदूषण , सड़कों की बदहाल स्थिति , अतिक्रमण जैसी समस्याओं ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है । इंडी गठबंधन में आम आदमी पार्टी की सहयोगी पार्टी ने भी केजरीवाल के खिलाफ दिल्ली में मोर्चा खोल दिया है । इस कारण अब उसे दिल्ली बचाने के लिए लड़ाई लड़नी पड़ रही है। राजधानी में अगले वर्ष चुनाव होने हैं।
लोकसभा चुनाव में हुआ था गठबंधन
आम आदमी पार्टी महा विकास अगाड़ी की पार्टियां और कांग्रेस इंडी गठबंधन का हिस्सा है ।इसका गठन इसी साल हुए लोकसभा चुनाव से पहले किया गया था इन सभी पार्टियों का लक्ष्य था, भाजपा के खिलाफ एक साथ मिलकर चुनाव लड़ना ।लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने दिल्ली ,गुजरात और हरियाणा में कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था, लेकिन पंजाब चुनाव में आम आदमी पार्टी अकेले ही मैदान में उतरी थी। हाल ही में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी ने अकेले ही चुनाव लड़ा था। हालांकि, इन चुनाव में आम आदमी पार्टी की बुरी तरह से हार हुई। अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन नहीं हो रहा है। ऐसे में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में ही पूरी ताकत अपनी कुर्सी बचाने में लगा दी है।