Delhi Pollution: दिल्ली की हवा हो रही जहरीली, AQI 300 के पार; सांस लेना हुआ मुश्किल

दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति के आधार पर ग्रैप के विभिन्न चरण लागू किए जाते हैं। ग्रैप का पहला चरण तब लागू किया जाता है जब एक्यूआई का स्तर 200 को पार कर जाता है।

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दिवाली (Diwali) से पहले दिल्ली (Delhi) की हवा (Air) बेहद जहरीली (Poisonous) हो गई है। सोमवार सुबह छह बजे 24 घंटे का औसत एक्यूआई (AQI) 264 रहा। यह रविवार से 90 अंक कम है, लेकिन सेहत के लिए यह भी बेहद खराब है। पिछले सप्ताह हवा की धीमी गति के कारण दिल्ली की हवा बेहद खराब हो गई थी। अब तेज हवा चलने से इसमें सुधार हुआ है, लेकिन अभी भी यहां हवा का स्तर बेहद चिंताजनक बना हुआ है।

रविवार को दिल्ली का एक्यूआई 356 यानी “बेहद खराब” श्रेणी में पहुंच गया था। शनिवार को यह 255 था। चौबीस घंटे के भीतर इसमें 101 अंकों का इजाफा हुआ। दिल्ली के ज्यादातर इलाकों का एक्यूआई भी “बेहद खराब” श्रेणी में और तीन इलाके “गंभीर” श्रेणी में रहे। सुबह के समय दिल्ली के आसमान में धुंध की चादर भी छाई रही, जिससे दृश्यता का स्तर प्रभावित हुआ।

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लागू हो सकता है ग्रैप-3
दिल्ली में हवा की स्थिति सुधारने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। पटाखों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। हालांकि, दिल्ली से सटे गुरुग्राम से बड़ी संख्या में पटाखे दिल्ली के अंदर लाए जा रहे हैं। इसके अलावा चोरी-छिपे भी बड़ी मात्रा में पटाखे बेचे जा रहे हैं। ऐसे में दिवाली पर दिल्ली की हवा और खराब होने का डर है। अगर ऐसा हुआ तो ग्रैप-3 लागू किया जा सकता है। ग्रैप के जरिए सरकार दिल्ली में वायु प्रदूषण को कम करने की कोशिश करती है। इसमें कई तरह के प्रतिबंध शामिल हैं।

वायु प्रदूषण में पराली की हिस्सेदारी 5.5 प्रतिशत
निर्णय समर्थन प्रणाली के अनुसार, रविवार को वायु में वाहनों के धुएं से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 13.028 प्रतिशत थी, कूड़ा जलाने से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 1.208 प्रतिशत थी। शनिवार को प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी 5.5023 प्रतिशत थी।

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