चीन अब और तिलमिलाएगा। अटल सुरंग से सुलगे जिनपिंग के चीन के लिए एक बड़ा धमाका है जो भारत ने कर दिया है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की उपस्थिति में ज़ोजिला टनल के कार्य की शुरुआत हो गई।
अटल टनल में आवाजाही शुरू हो गई। 9.02 किलोमीटर लंबी यह सुरंग मनाली को वर्ष भर लाहौल स्पीति से जोड़े रखेगी। इस सुरंग ने मनाली और लेह के बीच की दूरी 46 किलोमीटर कम कर दी साथ ही यात्रा का समय भी चार से पांच घंटे बचा दिया। अब इसी कड़ी को जोड़ते हुए भारत सरकार के केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ज़ोजिला दर्रे पर पहला धमाका किया। इस अवसर पर उनके साथ केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी मौजूद थे। नितिन गडकरी ने रिमोट का बटन दबाकर ज़ोजिला टनल के काम की शुरुआत की। चीन से तनातनी के बीच अब श्रीनगर और करगिल और लेह को जोड़ने के लिए ज़ोजिला सुरंग बनाने का काम शुरू हो गया है। सामरिक रूप से ये काफी महत्वपूर्ण है। इसे एशिया की दो दिशा वाली सबसे लंबी सुरंग माना जा रहा है।
Union Minister @nitin_gadkari initiates the first blasting at #ZojilaTunnel; says about ₹4000 crore were saved with the re-designing of this tunnel
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— PIB India (@PIB_India) October 15, 2020
विश्व का सबसे खतरनाक मार्ग
ज़ोजिला दर्रा करीब 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है और इसे विश्व का सबसे खतरनाक रास्ता माना जाता है। यह मार्ग साल के 6 महीने बर्फ से ढंका रहने के कारण बंद रहता है। जिसके कारण करगिल और लेह-लद्दाख के लिए श्रीनगर, सोनमर्ग और बालटाल से हाइवे नंबर-1 पर आवाजाही बंद हो जाती है। लेकिन 14 किलोमीटर लंबी सुरंग बनने से कश्मीर के जरिए करगिल और लेह-लद्दाख के लिए आवाजाही 12 महीने खुली रहेगी और 3 घंटे का कम समय लगेगा।
होगा सर्वांगीण विकास
सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय का कहना है कि, “इस टनल का काम पूरा होने पर श्रीनगर और लेह के बीच पूरे साल संपर्क स्थापित रहेगा। इससे जम्मू-कश्मीर का सर्वांगीण आर्थिक, सामाजिक-सांस्कृतिक एकीकरण हो पाएगा। इस सुरंग के पूरा होने के बाद आधुनिक भारत के इतिहास में यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी। यह देश की रक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। विशेष रूप से लद्दाख, गिलगित और बाल्टिस्तान क्षेत्रों में हमारी सीमाओं पर चल रही भारी सैन्य गतिविधियों को देखते हुए इसकी बेहद अहम भूमिका होगी।”
Blasting at #ZojilaTunnel initiated
14.15 Km | 3000 m altitude
To be the longest tunnel in Asia
To ensure all-weather connectivity between Srinagar valley and Leh on NH-1
Re-modelled Project to save about Rs 4000 crore and 4 hours commuting timehttps://t.co/xThesRVgDk pic.twitter.com/pkPRfTz5FC
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