Waqf Board: भाजपा नेता इस्लामुदीन अंसारी ने वक्फ बोर्ड के कुछ सदस्यों पर समाज को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि मुस्लिम समाज के गरीब, यतीम, बेवा, स्कूल, मदरसा और मस्जिद के लिए वक्फ की गई संपत्तियों का गलत उपयोग किया जा रहा है। 2 नवंबर को दिए एक बयान में उन्होंने कहा कि कई जिम्मेदार लोग अल्लाह के हुक्म का उल्लंघन करते हुए इन संपत्तियों का राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।
इस्लामुदीन अंसारी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकारों ने लंबे समय तक मुस्लिम समाज के अधिकारों का हनन किया और वक्फ संपत्तियों पर कब्जे कराए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के कुछ मनोनीत और निर्वाचित सदस्य वक्फ बोर्ड को नुकसान पहुंचा रहे हैं और इसका परिणाम मुस्लिम समाज को भुगतना पड़ा है।
प्रधानमंत्री मोदी की सराहना
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि वह वक्फ संपत्तियों के संरक्षण और प्रबंधन में सुधार के लिए उचित व्यवस्था करना चाहते हैं। उन्होंने मुस्लिम समाज से आग्रह किया कि वे इस प्रयास का समर्थन करें और इस बात पर गौर करें कि उनके हित में कौन कार्य कर रहा है।
कांग्रेस और मुस्लिम नेताओं का वक्फ संपत्तियों पर कब्जा
अंसारी ने यह भी दावा किया कि उत्तराखंड में कांग्रेस और मुस्लिम नेताओं का वक्फ संपत्तियों पर कब्जा है और इनमें से एक कांग्रेस नेता ने अपनी पत्नी के नाम करोड़ों की संपत्ति रजिस्ट्री कराई है, जिस पर वक्फ बोर्ड चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार ही इस समस्या का समाधान निकालने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है और केंद्र सरकार वक्फ संपत्तियों को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज कराने की योजना बना रही है। अंत में, उन्होंने मुस्लिम समाज से आग्रह किया कि वे जागरूक हों और समझें कि कौन उनके हित में है और कौन नहीं।