Ayodhya: श्री राम जन्मभूमि मंदिर में महाराष्ट्र की टोली नौ नवम्बर को श्रीराम लला के समक्ष प्रसिद्ध गीत रामायण प्रस्तुत करेगी। अगले दिन यानि 10 नवम्बर को आन्ध्र प्रदेश के कलाकार कुचिपुड़ी नृत्य के माध्यम से श्रीराम लला की स्तुति करेंगे।
ट्रस्ट की ओर से सहमति
इन दोनों आयोजनों के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय ने ट्रस्ट की ओर से सहमति प्रदान की है। भारत विकास परिषद पुणे की ओर से कविवर ग.दी.माडगूलकर द्वारा लिखित,रुद्र दत्त मिश्र द्वारा अनुदित और सुधीर फड़के के संगीत से सजी गीत रामायण की 52 में से 20 रचनाएं नौ नवम्बर को पूर्वाह्न ग्यारह बजे से बालक राम के यहां प्रस्तुत की जाएंगी।
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आठ लोगों की टोली समेत सौ से अधिक लोग होंगे सम्मिलित
संयोजक श्रीनिवास कुलकर्णी के अनुसार गायक वादक सहित आठ लोगों की टोली समेत सौ से अधिक लोग इसमें सम्मिलित होंगे। इसके अलावा अगले दिन 10 नवम्बर को शाम आन्ध्र प्रदेश की श्री साईं नाट्य भारती अकादमी की ओर से सिरीशा रानी के नेतृत्व में अठारह नृत्य कलाकारों की टोली कुचिपुड़ी नृत्य प्रस्तुत करेगी। इसमें अधिकांश विद्यार्थी तथा कुछ नौकरीपेशा लोग शामिल हैं। सिरीशा रानी ने बताया कि वे देश के कई प्रमुख मन्दिरों में दक्ष कलाकारों के साथ प्रस्तुति दे चुकी हैं। यहां श्री राम लला की स्तुति का अवसर पाना उनका सौभाग्य है।