क्या है स्वास्थ्य क्षेत्र को मिली ‘शक्ति’ संजीवनी का राज?

रिजर्ब बैंक ने एक बार फिर छोटा ऋण लेनेवालों और स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए अपनी तिजोरी खोली है। इससे स्वास्थ्य संसाधनों के विकास को बल मिलने की आशा व्यक्त की गई है।

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रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के शक्तिकांत दास ने कोविड 19 महामारी काल में कार्यरत फ्रंटलाइन वर्कर्स की प्रशंसा की है। उन्होंने महामारी काल में डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्य कर्मियों और पुलिसवालों के कार्यों के प्रति अपना आभार व्यक्ति किया। इसके साथ ही स्वास्थ्य क्षेत्र को गवर्नर शक्तिकांद दास ने एक आर्थिक संजीवनी भी देने की घोषणा की है।

सामान्यतया रिजर्व बैंक के गवर्नर मीडिया के समक्ष क्रेडिट पॉलिसी या ऐसी अन्य घोषणाओं के समय आते हैं। लेकिन महामारी काल में गवर्नर शक्तिकांत दास मीडिया के समक्ष आए और उन्होंने घोषणा की है कि स्वास्थ्य क्षेत्र को पचास हजार करोड़ रुपए का ऋण दिया जाएगा। उनके संबोधन की मुख्य बातें छोटे ऋण लेनेवालों के लिये भी राहत की सूचना लेकर आई है।

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संबोधन की मुख्य बातें

  • स्वास्थ्य क्षेत्र को मार्च 2022 तक कोविड 19 संबंधित सुविधाओं को लक्ष्यित करके 50,000 करोड़ रुपए की विशेष लिक्विडिटी सुविधा, बैंक रेपो रेट पर टीका निर्माता, टीका ट्रांसपोर्टर्स और निर्यातक आसान किस्त में ऋण प्राप्त कर सकेंगे। अस्पताल, स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को भी मिलेगा लाभ
  • राज्यों को मिलेगी ओवरड्राफ्ट की सुविधा, इस पर छूट भी दी जाएगी। अवधि अब बढ़ाकर 50 दिन की गई
  • स्मॉल फाइनेंस बैंकों के लिए 10,000 करोड़ रुपए की लंबी अवधि का रेपो ऑपरेशन फंड, इसका दस लाख रुपए तक के ऋण के लिए होगा उपयोग
  • केवाईसी नियमों में बदलाव, दिसंबर 2021 तक सीमित केवाईसी को अनुमति
  • वैयक्तिक व छोटे ऋण लेनेवालों के लिए ऋण पुनर्गठन की घोषणा, 25 करोड़ का ऋण लेनेवाले ले सकेंगे सुविधा
    बिजली की खपत में तेजी, जनवरी से मार्च के बीच बढ़ा उपयोग
  • मॉनसून सामान्य रहने का अनुमान
  • भारत के निर्यात में मार्च-अप्रैल में तेज वृद्धि
  • कोरोना के कारण सप्लाई चेन टूटने से दाल-दलहन, तिलहन व अन्य आवश्यक सामानों के दाम बढ़े

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