छत्तीसगढ़ में नीम हकीम के चक्कर में आठ लोगों की जान चली गई है। प्रदेश के बिलासपुर में झोला छाप डॉक्टर की सलाह पर होम्योपैथिक दवा पीने से यह हादसा हुआ है। इस घटना में एक ही परिवार के 8 लोगों की जान चली गई है,जबकि 5 की हालत गंभीर बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि कोरोना के लक्षण पाए जाने पर झोलाछाप डॉक्टर के कहने पर एक ही परिवार के इन सदस्यों ने होम्योपैथिक दवा पी थी।
यह दिल दहला देने वाली घटना बिलासपुर के सिरगिट्टी थाना क्षेत्र में घटी है। यहां कोरमी गांव में परिवार के सभी लोगों ने एल्कोहल युक्त होम्योपैथिक दवा पी थी। बताया जाता है कि उस दवा का नाम ड्रोसेरा 30 है। दवा पीने के कुछ ही देर बाद सबकी तबीयत बिगड़ने लगी और एक के बाद एक 8 लोगों की जान चली गई। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
Chhattisgarh | 8 members of a family dead, 5 hospitalized after consuming a homeopathic medicine in Bilaspur, says CMO
"They consumed homeopathic medicine Drosera 30, which contains 91% alcohol mixed with country-made liquor. The doctor is absconding," he adds pic.twitter.com/HuIhnDQqU0
— ANI (@ANI) May 6, 2021
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चार का कर दिया अंतिम संस्कार
मृतकों में 4 लोगों का अंतिम संस्कार रात में कर दिया गया था। इसीलिए मामला संदेहास्पद लग रहा है। 5 लोगों की हालत गंभीर है और उनका अस्पताल में उपचार चल रहा है। बिलासपुर के सीएमओ ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि होम्योपैथिक दवा पीने से एक ही परिवार के 8 लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि इस दवा में 91 प्रतिशत एल्कोहल होता है। घटना के बाद से डॉक्टर फरार है। पुलिस युद्ध स्तर पर उसकी तलाश में जुटी है।