संसद (Parliament) का शीतकालीन सत्र (Winter Session) सोमवार (25 नवंबर) से शुरू हो रहा है। इससे एक दिन पहले सत्र के सुचारु संचालन के लिए आहूत सर्वदलीय बैठक (All Party Meeting) में विपक्षी पार्टियों ने अडाणी (Adani) और मणिपुर हिंसा (Manipur Violence) आदि मुद्दों पर चर्चा कराने की मांग की है। विपक्ष इस मुद्दे पर हंगामा कर सकता है। सरकार ने वक्फ संशोधन, एक राष्ट्र-एक चुनाव जैसे करीब 16 विधेयकों को भी सत्र में लाने के संकेत दिए है। इनमें वक्फ, एक राष्ट्र-एक चुनाव विधेयक को लेकर पहले ही प्रमुख विपक्षी दलों (Opposition Parties) के साथ पहले से टकराव है।
यह सत्र हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड के विधानसभा चुनाव और कई राज्यों में हुए उपचुनाव की छाया में शुरू हो रहा है। सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा। संसद सत्र के सुचारु संचालन के लिए सर्वदलीय बैठक में सत्र के काम-काज पर चर्चा हुई। सरकार ने आश्वासन दिया है कि राज्यसभा सभापति, लोकसभा अध्यक्ष और कार्यमंत्रणा समिति के समक्ष इन्हें रखा जाएगा और उन पर उचित निर्णय लिया जाएगा।
यह भी पढ़ें – Life saving drugs: जीवन रक्षक दवाओं का असर ‘इसलिए’ हो रहा बेअसर
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में संसद भवन में आयोजित सर्वदलीय बैठक में 30 राजनीतिक दलों के 42 नेताओं ने हिस्सा लिया। संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि बैठक साैहार्दपूर्ण माहौल में हुई और सरकार ने विपक्ष की मांगों और सुझावों को ध्यानपूर्वक सुना। सरकार विपक्ष के सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार हैं, हम केवल इतना चाहते हैं कि सदन सुचारु रूप से चले।
देखें यह वीडियो –
Join Our WhatsApp Community