महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) में मनसे (MNS) को बड़ा झटका लगा है। क्योंकि राज ठाकरे (Raj Thackeray), जिन्होंने भविष्यवाणी की थी कि महागठबंधन (Grand Alliance) की सरकार आएगी और मनसे के समर्थन से भाजपा (BJP) का मुख्यमंत्री बनेगा, विधानसभा में एक भी विधायक (MLA) निर्वाचित नहीं करा सके। पिछले दो चुनावों में, मनसे कम से कम एक-एक उम्मीदवार खड़ा करने में सक्षम थी। लेकिन इस वर्ष की स्थिति को देखते हुए संकेत मिल रहे हैं कि मनसे की मान्यता रद्द कर दी जाएगी।
चुनाव आयोग द्वारा किसी राजनीतिक दल की मान्यता बनाए रखने के लिए कुछ मानदंड होते हैं। मनसे उस मापदंड पर खरी उतरती नहीं दिख रही है। इसलिए चुनाव आयोग जल्द ही उन्हें नोटिस भेजकर पूछेगा कि क्यों न आपकी मान्यता रद्द कर दी जाए।
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राजनीतिक दलों की मान्यता के मानदंड क्या हैं?
किसी भी राजनीतिक दल को अपनी मान्यता बनाए रखने के लिए कुछ मानदंडों को पूरा करने की आवश्यकता होती है। स्वीकृति का मानदंड चुनाव में डाले गए कुल वोटों का 8 प्रतिशत और 1 सीट या कुल वोटों का 6 प्रतिशत और 2 सीटें या 3 प्रतिशत वोट और 3 सीटें हैं। मनसे इनमें से किसी भी मानदंड को पूरा करती नजर नहीं आती। इसलिए मनसे की मंजूरी रद्द की जा सकती है।
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